चम्पावत/ टोमेटो फ्लू से बचाव को लेकर जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हो गया है चम्पावत में टोमेटो फ्लू से सुरक्षा के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने सतर्कता बरतने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि यह बीमारी मुख्यतः एक से नौ वर्ष की आयु के बच्चों को प्रभावित करती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले के सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों स्वास्थ्य केंद्रों तथा पैथोलॉजी लैबों को इस बीमारी के लक्षणों की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजू नाथ ने जानकारी दी कि इस बीमारी में बच्चों को बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते, हाथ, पैर के साथ ही मुंह में फफोले जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे बच्चों को तुरंत आइसोलेट किया जाना चाहिए ताकि संक्रमण का प्रसार रोका जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी चिकित्सा अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ओपीडी में बुखार एवं चकत्तों से ग्रसित मरीजों की विशेष निगरानी रखें और संदिग्ध मरीज मिलने पर तत्काल सूचना सीएमओ कार्यालय एवं संबंधित अधिकारियों को दे।स्वास्थ्य विभाग द्वारा आरबीएसके टीम, सीएचओ, एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से टोमेटो फ्लू के प्रति जन जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सावधानी के लिए सुझाव
1- बच्चों में बुखार या दाने दिखने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
2- संक्रमित बच्चों को घर पर रखें, उन्हें स्कूल या सार्वजनिक स्थानों पर न भेजें।
3- बच्चों को स्वच्छता का पालन करने व बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
4- संक्रमित वस्तुओं, खिलौनों और कपड़ों को अन्य बच्चों से दूर रखें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने जनपद में संभावित स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।