चौखुटिया/ पेयजल स्रोत बचाने की मांग को लेकर पिछले 2 वर्षों से रुके बाइसओखला मोटर मार्ग का निर्माण शुरू होते ही शनिवार को खड़कतया ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने पुनः विरोध कर सड़क को मुख्य पेयजल स्रोत से 200 मीटर ऊपर अथवा नीचे बनाने की मांग की है।
कहा गांव का एकमात्र पेयजल स्रोत सडक बनने से क्षतिग्रस्त अथवा सूख सकता है जिससे 60 परिवारों के आगे भविष्य में पेयजल का संकट पैदा हो सकता है। इस संबंध में सोमवार को तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन के साथ धरने की चेतावनी दी है।
आगरमनराल – बाइस ओखला-भुमकापानी लगभग 6 किलोमीटर निर्माणाधीन सड़क का कार्य खडकतया ग्राम पंचायत सेलीपाट ग्रामीणों के विरोध के चलते पिछले 2 वर्षों से रुका हुआ था।
,इस संबंध में ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों सहित प्रदेश सरकार पर लगातार दबाव बनाते हुए कहा कि गांव के लिए एक मात्र पेयजल स्रोत से मोटर मार्ग की सर्वे की गई है तथा आसपास के पेड़ भी काट दिए हैं मोटर मार्ग के बनने से पेयजल स्रोत पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होगा, जिससे लगभग 500 ग्रामीणों के आगे पेयजल और सिंचाई का संकट खड़ा हो जाएगा,
ग्रामीणों का कहना है कि पूरी ग्राम पंचायत के लिए एकमात्र यही पेयजल स्रोत है पेयजल स्रोत को बचाने पर अडिग ग्रामीणों के विरोध के चलते पिछले 2 वर्षों से सड़क निर्माण कार्य रुका हुआ था शनिवार को पुनः कार्य शुरू होने पर ग्रामीणों ने पेयजल स्रोत के पास एकत्रित होकर विरोध कर सड़क निर्माण सर्वे को पेयजल स्रोत से 200 मीटर ऊपर अथवा नीचे से करने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का विरोध नहीं कर रहे हैं ना ही जंगल में पेड़ काटने अथवा भूमि देने का विरोध है लेकिन भविष्य में पूरा ग्राम पंचायत पेयजल योजना से वंचित हो जाएगा इस संबंध में सोमवार को ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पर प्रर्दशन करने की चेतावनी भी दी है।
शनिवार को विरोध करने में मुख्य रूप से कल्याण सिंह, इंद्रमणि ,गोपाल दत्त, खीम सिंह, उमेश चंद्र, देव सिंह, गोपालनाथ, प्रेमनाथ, गोपुली देवी, मधुली देवी, नीमा ,हेमा ,जीवन सिंह, पुष्कर नाथ रहे।