अल्मोड़ा/ यहां दो तेदुओ ने मिलकर एक बाइक सवार युवक पर दिन दहाड़े हमला बोल दिया। युवक ने किसी प्रकार गुलदारो अपनी जान बचाई।तेदुओ के आतंक से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी इकरार सैफी शीतलाखेत के रैंगल में भवन निर्माण काम करता है। शुक्रवार को वह नैनीताल को जा रहा था। सुबह लगभग 8:00 बजे खूंट- काकड़ीघाट मोटर मार्ग पर रैंगल के समीप उसे सड़क में दो तेंदुए आराम करते हुए दिखाई दिए। तेदुओं को देखते ही इकरार घबरा गया और उसने तेदुओ को देखते ही बाइक वहीं पर रोक दी।
और वह तेंदुए के वहां से जाने का इंतजार करता रहा परन्तु तेंदुए बेखौफ होकर वहां घुमते रहे। कुछ समय बाद दोनों तेंदुए सड़क से नीचे की ओर चले गए। तेंदुए को सड़क से नीचे को जाते देख युवक भी आगे की तरफ बढ़ गया। जैसे ही युवक वहां से गुजरा तो घात लगा कर बैठे तेंदुओं ने युवक पर हमला बोल दिया। युवक ने किसी तरह खुद को बचाया तो दूसरे तेंदुए ने उस पर हमला बोल दिया। युवक के पैर में पंजे मार दिए। युवक ने वहां से भाग कर किसी प्रकार अपनी जान बचाई और वह नैनीताल की ओर निकल गया। इसके बाद बालम सिंह बाइक से पुत्र को स्कूल छोड़ने जा रहे थे। वह अभी कुछ दूर आगे ही बढ़े ही थे कि तेंदुआ दिखाई दिया। उन्होंने ने भी वहां से भागकर अपनी और अपने पुत्र की जान बचाई।
जिले के मल्ला बिनौला, तल्ला बिनौला, सूरी, पुभाऊं, सैनोली, जलना, लमगड़ा, शहरफाटक, कोसी सहित कई क्षेत्रों में तेंदुए की दहशत है। शाम होते ही तेंदुआ आबादी क्षेत्र में आ रहा है। जंगलों के रास्ते स्कूलों को आवाजाही करने वाले छात्र-छात्राओं को हर वक्त जान का खतरा बना हुआ रहता है।