पौड़ी/ पौड़ी जिले के घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा भट्ट की मौत के मामले में पुलिस ने कॉलेज के निदेशक और विभागाध्यक्ष पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज किया है। सीओ की अगुवाई में जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। मनीषा ने 25 मई को श्रीनगर में नैथाणा पुल से नदी में छलांग लगा दी थी और उसकी मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। महिला आयोग ने पौड़ी की एसएसपी से मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
एसएसपी श्वेता चौबे ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर मनीषा के पति संदीप भट्ट की तहरीर पर कॉलेज के निदेशक डॉ. वाई सिंह और विभागाध्यक्ष, ईसीई, डॉ. एके गौतम पर मानसिक उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। संदीप भट्ट ने दोनों पर पत्नी का मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि इसके कारण उनकी पत्नी ने आत्महत्या की। दुसरी ओर कॉलेज के निदेशक डॉ. वाई सिंह ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
पुलिस ने शनिवार को घुड़दौड़ी कॉलेज पहुंचकर मामले से जुड़े साक्ष्य जुटाए। कोतवाली प्रभारी गोविंद कुमार ने बताया कि कॉलेज में महिला प्रोफेसर का कमरा सील कर दिया गया है। इस बीच तकनीकी शिक्षा विभाग ने महिला प्रोफेसर की आत्महत्या के मामले में आरोपित निदेशक और एचओडी को तत्काल प्रभाव से कॉलेज से हटा दिया गया है।
सचिव तकनीकी शिक्षा रविनाथ रमन की ओर से जारी आदेश में कार्रवाई के लिए डीएम पौड़ी के पत्र का हवाला देते हुए, निदेशक डॉ. वाई सिंह को कुमांऊ इंजीनियरिंग कॉलेज द्वाराहाट और एचओडी एके गौतम को सीमांत इंजीनियरिंग कॉलेज पिथौरागढ़ में सम्बद्ध किया गया है।