देहरादून/ लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। जहां शुक्रवार को दो नेताओं के इस्तीफे की चर्चा अब तक समाप्त नहीं हुई थी तो वहीं अब अनुकृति गुसाईं ने इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। चर्चाएं तो यहां तक हो रहीं हैं कि ईडी से बचने के लिए अब हरक का परिवार भाजपा की शरण में जा रहा है।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। अनुकृति गुसाईं ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को इस्तीफा भेजा है। बता दें कि अनुकृति के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं हैं।
जहां एक ओर अनुकृति गुसाईं के इस्तीफे को लेकर चर्चाएं हैं तो वहीं उनके बीजेपी का दामन थामने को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं। जिसके बाद कई सवाल उठ रहे हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि क्या हरक की बहू अनुकृति गुसाईं ने कोई भ्रष्टाचार किया था जो वो ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी की शरण ले रहीं हैं।
हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं के कांग्रेस से इस्तीफा देन पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने अनुकृति गुसाईं को मान समान दिया और उन्हें अगर कोई बात कहनी थी तो पार्टी प्लेटफॉम पर रखनी चाहिए थी। आज के वक्त सभी कार्यकर्ता हो या नेता अपनी बात को पार्टी प्लेटफार्म पर रखते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज के वक्त में भाजपा द्वारा ईडी और सीबीआई का डर दिखाकर विपक्षी दलों को डराने का काम किया जा रहा है। जिसके चलते लोग पार्टी छोड़ रहे है। शीशपाल बिष्ट के इस बयान के बाद से राज्य में चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। माना जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई से बचने के लिए ही अनुकृति गुसाईं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है और जल्द ही वो बीजेपी सामिल कर सकती हैं।