ब्रेकिंग न्यूज, चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्री सलाह पर नहीं दे रहे हैं ध्यान, यमुनोत्री में दुसरे दिन भी हुई यात्री की मौत।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि उत्तरकाशी

उत्तरकाशी/ चार धाम यात्रा 2023 में लगातार दूसरे दिन मौत हार्ट अटैक से हुई दोनों तीर्थ यात्रियों की मौत चार धाम यात्रा के शुरु के पहले दो दिन में दो तीर्थ यात्रियों की मौत गई है । चिंता की बात है कि पिछले दो दिनों में दो तीर्थ यात्री की मौत हार्ट अटैक से हुई है। ऐसे में अब चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा पर जाने से पहले अपनी स्वास्थ्य की पूरी जांच कराएं।

यह भी पढ़ें 👉 बड़ी खबर, इस पूरे हफ्ते मौसम रहेगा खराब, 3 जिलों में एवलांच आने की चेतावनी के साथ अलर्ट जारी।

बीमार, बुजुर्ग, व 55 साल से अधिक उम्र वाले तीर्थ यात्रियों को विशेष सलाह दी जाती है कि वह स्वास्थ्य की पूरी जांच कराने के साथ ही हेल्थ स्क्रीनिंग फॉर्म जरूर बढ़ें। गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट 22 अप्रैल को खुले थे। बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलने वाले हैं।

यह भी पढ़ें 👉 चम्पावत, ज़िले के लोहाघाट थाना क्षेत्र में किशोरी को शादी शादी का झांसा देकर 6 महीने तक दुष्कर्म करता रहा गांव का ही युवक।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक यमुनोत्री धाम में दर्शन को जा रहे तीर्थ यात्री की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। चिंता की बात है कि पिछले दो दिनों में दो तीर्थ यात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। शनिवार 22 अप्रैल को पहले दिन देर रात गुजरात के श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत हो गयी थी । यमुनोत्री मन्दिर में दर्शन कर लौटते वक्त खरशाली शिव शक्ति पार्किंग में दिनेश पारिदार पुत्र श्री गोकुल पारिदार उम्र 40 वर्ष निवासी पधानिया तहसील व जिला खरगोन मध्यप्रदेश की तबियत बिगड़ गयी थी। तीर्थ यात्री की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसको 108 एंबुलेंस की मदद से सीएचसी बड़कोट लेकर आए।

यह भी पढ़ें 👉 चारधाम यात्रा के लिए 16,89,496 यात्रियों का पंजीकरण, जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग ने किया 10 करोड़ रुपये का आंकडा पार सतपाल।

परनू डॉक्टरों ने तीर्थ यात्री को मृत घोषित कर दिया। यमुनोत्री धाम की यात्रा के पहले दिन देर रात्रि को भैरव मंदिर के समीप 60 वर्षीय गुजरात निवासी कनक सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गयी। पिछले दो दिनों में यमुनोत्री धाम में दो यात्रियों की मौत हो चुकी है। तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर सरकार की ओर से कारगर प्लान बनाया है। चार धाम यात्रा रूट पर अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती के साथ ही हेल्थ कैंप भी स्थापित किए गए हैं। दिल, सांस व बुजुर्गों को होती है सबसे ज्यादा परेशानी

यह भी पढ़ें 👉 रुद्रप्रयाग, जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व उनकी आर्थिकी को मजबूत करने के लिए, महिला समूह के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाने के लिए जिलाधिकारी निरंतर प्रयासरत है।

उत्तराखंड में केदारनाथ, बदरीनाथ सहित चारों धाम समुद्र तल से काफी ऊंचाई पर स्थित हैं। ऐसे में देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से विशेषकर दिल, सांस और बुजुर्गों की परेशानी भी बढ़ जाती है।

चारधाम में 200 श्रद्धालुओं की जा चुकी जान

चारधाम यात्रा में पिछले साल 2022 के दौरान लगभग 200 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इसमें से 71 प्रतिशत मतलब 164 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई।

यह भी पढ़ें 👉 अल्मोड़ा,  गरुड़राबाज में प्रारंभ हुआ जागनाथ महोत्सव, मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे कुंजवाल।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक केदारनाथ धाम में 78, यमुनोत्री में 66, बदरीनाथ में 37 और गंगोत्री में 14 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए उत्तराखंड सरकार यात्रा रूट पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती कर रही है।

चारधाम यात्रा के दौरान इन बातों का रखें ख्याल –

चारधाम यात्रा के लिए कम से कम सात दिन का टूर बना सकते हैं। जरूरी दवाएं, स्वास्थ्य उपकरण और गर्म कपड़े अनिवार्य रूप से अपने साथ रखें।

चारधाम यात्रा पर निकलने से पहले प्रत्येक दिन 10 मिनट तक सांस से जुड़े व्यायाम करें। कुछ दिनों तक 30 मिनट तक टहलें या सैर पर निकलें।

चारधाम आने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर की मनाही पर इस यात्रा पर आने से बचें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *