अल्मोड़ा/ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजनान्तर्गत विकासखण्ड द्वाराहाट के असगोली गांव में माँ दुर्गा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पिरूल से अलग-अलग तरह के उत्पाद बनाये जा रहे है।
महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों के बारे में जानकारी देते हुए परियोजना निदेशक चंदा फर्त्याल ने बताया कि नैनीताल जिले के रामनगर में प्रस्तावित जी-20 सम्मेलन में भी इन उत्पादों का स्टॉल लगाने के लिये समूह की महिलाएं उत्पाद तैयार कर रही है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत महिलाओं को पाइन क्राफ्ट का प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण के बाद महिलाओं द्वारा अलग-अलग तरह के पिरूल के उत्पाद बनाये जा रहे है जैसे टोपी, टोकरी, थाली, हॉटकेस, शोपीस ट्रे, कटोरे, पेन स्टेण्ड आदि।
उन्होंने बताया कि इन उत्पादों को स्थानीय मेले, स्थानीय बाजार, आजीविका महोत्सव, हिंलास आउटलेट में विपणन किया जा रहा है। पिरूल के इस अभिनव प्रयोग से न केवल वनाग्नि रोकने का प्रयास हुआ है बल्कि बिना लागत के महिलाओं को एक अच्छा आय का स्रोत भी मिल रहा है।