चौखुटिया/ राज्य में सशक्त भू कानून लागू करने, 1950 के आधार पर मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने ,अभिलंब गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने सहित विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर रामगंगा आरती घाट पर विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों, सदस्यों ने आम सभा कर नारेबाजी के साथ विरोध जताया।
तथा हर ब्लॉक ,तहसील, जिले से आंदोलन की अलख जगाने व 15 जनवरी को बागेश्वर उत्तरायणी मेले में आहूत सभा व रैली मैं पहुचने का निर्णय लिया।रामगंगा आरती घाट में हुई आम सभा में वक्ताओं ने प्रदेश में सशक्त भू कानून लागू करने की वकालत करते हुए कहा कि राज्य बनने के बाद से सरकारों द्वारा सशस्त्र भू कानून लागू नहीं करने के पीछे उनकी मनसा पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं।
तथा राज्य की वेशकीमती भूमि बाहरी लोगों द्वारा खरीदी जा रही है उत्तराखंड का मूल निवासी धीरे-धीरे अल्पसंख्यक होते जा रहा है साथ ही लगातार पलायन भी बढ़ रहा है वक्ताओं ने हिमाचल की तर्ज पर 1950 के आधार पर मूल निवास प्रमाण पत्र बनाने की मांग भी उठाई, कहा आज अपने ही प्रदेश में यहां के निवासी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि इन मुद्दों को व्यापक परिपेक्ष में समझने की आवश्यकता है तथा उत्तराखंड में व्यापक भूमि सुधार कानून के बिना इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। बक्ताओ ने गैरसैंण को शीघ्र स्थाई राजधानी का दर्जा देने ,वंचित राज्य आंदोलनकारियो को चिन्हित करने सहित अनेक वक्ताओं ने क्षेत्र की उपेक्षा पर नाराजगी जताई तथा लगातार बढ़ते पलायन को गांवों के लिए चिंता जनक बताया।
कार्यक्रम स्थल पर संगठनों से जुड़े लोगों ने नारेबाजी के साथ प्रदेश सरकार से शीघ्र समस्याओं के समाधान की मांग की ।
सभा ,नारेबाजी में मुख्य रूप से संयोजक भुबन कठायत, प्रकाश उपाध्याय ,राम बहादुर ,पूर्व छात्र अध्यक्ष विनोद कुमार ,विपिन शर्मा ,बालम नेगी, नारायण सिंह रावत, क्षेपस अशोक कुमार, दिगम्बर नेगी,मोहन सिंह ,खीम सिंह ,गणेश पांडे, शंकर बिष्ट, भूपाल सिह,राजेंद्र बोरा ,नवीन कुमार ,हिमांशु बिष्ट, भगवत सिंह,सुन्दर लाल, हीरा नेगी ,मनोहर सिंह ,नरेंद्र मेहरा, धीरज नेगी आदि रहे।