हल्द्वानी/ बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध मदरसा और धर्मस्थल ढहाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, रामनगर कोतवाल समेत 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ ही निगमकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया।
पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ी दोपहिया समेत 70 से अधिक वाहन फूंक डाले। आंसू गैस के गोले दागने और लाठी चार्ज के बाद भी जब हालात काबू में नहीं आए तो सबसे पहले अधिकारी जान बचाने के लिए मौके से भाग लिए। पुलिस व निगम टीम जैसे-तैसे वहां से निकली। प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए हैं। पिता-पुत्र समेत छह लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस हिंसा में अब तक 6 लोगों की जान जा चुकी है।
जिसमें गफूर बस्ती के रहने वाले पिता-पुत्र जॉनी और अनस की मौत हो गई है। इसमें आरिस पुत्र गौहर उम्र – 16 साल की भी जान गई है। गाँधी नगर के रहने वाले फहीम की मौत
हुई है तो वहीं बनभूलपुरा के रहने वाले इसरार और सीवान
उम्र 32 वर्ष की भी मौत हुई। वहीं पत्थरबाजी की घटनाओं में
300 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
इन घायलों में हल्द्वानी के एसडीएम पारितोष वर्मा, कालादूँगी की एसडीएम रेखा कोहली, तहसीलदार सचिन कुमार, सीओ स्पेशल ऑपरेशन नितिन लोहनी समेत 200 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल हैं। अब तक चार लोगों गिरफ्तार किया गया है और कई लोगों से पूछताछ जारी है। आईजी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ यूएपीए की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।