चौखुटिया/ राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य बाजार में मोटर पुल नवनिर्माण के दौरान अस्थाई मोटर मार्ग व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं। शुक्रवार को अधिशासी अभियंता, थानाध्यक्ष की मौजूदगी में अस्थाई मोटर मार्ग रामगंगा से वाहन निकालने में सफलता नहीं मिली। एक वाहन खराब हो गया तथा एक वाहन नदी में फंस गया।
इस व्यवस्था से नाराज गेवाड विकास समिति के संरक्षक व विधायक प्रतिनिधि हीरा सिंह बिष्ट ने जब तक सही वैकल्पिक मार्ग नहीं बनता मोटर पुल निर्माण नहीं करने की मांग की है। तथा धरने में बैठने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि वाहन चालक व यात्रियों को खतरे में नहीं डाला जा सकता है। 27 मई से मरम्मत कार्य शुरू होना है।
उन्होंने बताया कि स्वयं अधिशासी अभियंता अरुण कुमार व एसओ सुनील बिष्ट के साथ चिनौनी-कौधार अस्थाई मोटर मार्ग में रामगंगा नदी का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। वहां पर अधिशासी अभियंता से गाड़ी निकालने की बात कही लेकिन उनके द्वारा गाड़ी नहीं निकाली गई। स्वयं अपनी गाड़ी निकालने का प्रयास किया तो गाड़ी खराब हो गई।एक अन्य गाड़ी को निकालने की कोशिश की तो गाड़ी बीच में ही फँस गई। बमुश्किल धक्का मार कर गाड़ी को पार किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यात्रा, शादी- विवाह,शहरों से आने वाले प्रवासियों का दबाव, रोजमर्रा की सामग्री,सब्जियां, राशन,स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं को देखते हुए अस्थाई मोटर मार्ग की सुविधा मजबूती के साथ की जाए।
कहां व्यवस्था को गंभीरता से लिया जाए यह एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे 20 दिन तक चलनी है।तथा कुमाऊं ही नहीं गढवाल मण्डल तक की व्यवस्था का सवाल है। जिससे क्षेत्र की जनता को यातायात में कोई असुविधा ना हो। कहा इस संबंध में उपलाधिकारी, विधायक सहित उच्च अधिकारियों को अवगत कर दिया गया है। बिना मजबूत अस्थाई मार्ग निर्माण के यदि 27 मई से पुल का कार्य शुरू कर यातायात व्यवस्था चलाई गई तो धरने पर बैठने को मजबूर होना पडेगा।