नैनीताल/ जिले के गरमपानी में दरोगा बाल किशन का बीमारी के चलते निधन हो गया। वे ऊधमसिंहनगर जिले के पुलभट्टा थाने में तैनात थे। शिप्रा और कोसी नदी के संगम पर पुलिस सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है।
बेतालघाट विकास खंड के थुआ गांव निवासी पुलिस में दरोगा के पद पर तैनात बाल किसन का बीमारी से निधन होने से गांव में शोक की लहर दौड़ गई। खैरना स्थित पवित्र शिप्रा व कोसी नदी के तट पर स्थित मोक्ष धाम में पुलिस सम्मान के साथ मृतक की अंत्येष्टि की गई। भवाली, खैरना व क्वारब पुलिस के जवानों ने बाल किशन को अंतिम सलामी दी।
ऊधमसिंहनगर जिले के पुलभट्टा थाने में तैनात थुआ गांव निवासी बालकिशन उम्र 57 वर्ष पुत्र हरकिशन राम पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। परिजनों ने रुद्रपुर, हल्द्वानी व मुंबई स्थित निजि अस्पतालों में उनका उपचार करवाया। कुछ दिन पूर्व ही स्वजन उनको लेकर घर लौटे लेकिन बीते रविवार को एकाएक बाल किशन की तबीयत बिगड़ गई। दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली। बालकिशन के निधन की सूचना से गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई। बेहद मिलनसार स्वभाव के बाल किशन का पार्थिव शरीर सोमवार को गांव पहुंचाया गया।
गांव के सैकड़ों लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। खैरना स्थित मोक्ष धाम में पुलिस ने पूरे सम्मान के साथ अपने साथी को विदाई दी। पुलिस लाइन नैनीताल से पहुंची गारद ने उन्हें सलामी दी।मृतक की पत्नी बंसती देवी ताड़ीखेत गांव स्थित विद्यालय में शिक्षिका है जबकि उनका बड़ा बेटा नेवी में कार्यरत हैं। छोटा बेटा व बेटी पढ़ाई करते हैं।ग्रामीणों के मुताबिक बालकिशन गांव में सबके प्रिय थे। इस दौरान सीओ प्रमोद साह, एसआई क्वारब गोविदी टम्टा, एएसआई हरभजन सिंह राणा, राजेंद्र सती, जगदीश धामी, दर्शन चौधरी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।