अल्मोड़ा/ जिले के दन्या में आटी गांव में गत गुरुवार रात एक अग्निकांड के चलते पुलिस की सजगता से बड़ा हादसा टल गया। जब आसपास घरों में रात लोग गहरी नींद में सोये थे, तो उनके करीब ही एक गोशाले की छत पर घास के ढेर पर आग धधक पड़ी। रात गश्त कर रही पुलिस की नजर पड़ी, तो पुलिस गांव पहुंची और ग्रामीणों को जगाकर रेस्क्यू अभियान चलाया। 06 मवेशियों की जान बचाई और आग पर काबू पाकर खतरा टाल दिया।
गत गुरुवार देर रात्रि में अल्मोड़ा जिले के थाना दन्या के पुलिस कर्मी बाजार क्षेत्र में गश्त पर थे, तो रात करीब एक बजे उनकी नजर बाजार के करीब ही स्थित आटी गांव में पड़ी, जहां एक घर में भीषण आग लगी दिखी। आननफानन में दन्या थाने के अपर उप निरीक्षक पुष्कर खाती व हेड कांस्टेबल गोपाल गिरी तत्काल मौके पर पहुंचे। मौके पर देखा कि एक गौशाले की छत पर रखे घास का ढेर भीषण आग की चपेट में है। उसके पास ही स्थित घरों में लोग सो रहे थे। रात नींद में होने के कारण उन्हें आग लगने की भनक नहीं थी। अंदेशा था कि यह आग करीब के घरों तक पहुंच सकती थी।
खतरा देखते हुए पुलिस टीम ने आवाज देकर घरों में लोगों को जगाया। लोग पहुंचे और इसके उपरांत पुलिस टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से रेस्क्यू अभियान चलाया। गौशाले में आग के बीच फंसी 01 गाय व 05 बकरियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया तथा मशक्कत कर आग बुझा दी गई और बड़ी घटना की आशंका को टाल दिया। पुलिस की नजर नहीं पड़ती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
गृहस्वामी जमुना दत्त ने बताया कि जानवरों को मच्छर इत्यादि से बचाने के लिए धुआं लगाया था, संभवत: उसी से आग सुलगी। गृह स्वामी ने पुलिस टीम का आभार जताया। पुलिस टीम में अपर उप निरीक्षक पुष्कर खाती व हेड कांस्टेबल गोपाल गिरी शामिल रहे।