वन विभाग ने आतंक मचाने वाली दो बाघिनों को पकड़ कर भेजा रेस्क्यू सेंटर।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि नैनीताल

 रामनगर/ रामनगर के कानिया गांव में महने भर से भी अधिक वक्त से आतंक मचाने वाली दो बाघिनो को पकड़कर वन विभाग ने पिंजरे में कैद कर दिया। सोमवार को कॉर्बेट मुख्यालय पर ग्रामीणों के प्रदर्शन की चेतावनी के बाद हरकत में आए वनकर्मियों की टीम ने रविवार की रात भर चलाए रेस्क्यू अभियान के तहत दोनों बाघिनो को पकड़कर ढेला रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है। इन बाघिनों का करीब महीने भर कानिया और आसपास के गांवों में आतंक मचा हुआ था। लगभग आधा दर्जन मवेशियों को निवाला बनाए जाने से दहशतजदा ग्रामीण वन विभाग से बेहद नाराज थे।

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उन्होंने सोमवार (आज) बाघ के आतंक से छुटकारा दिलाए जाने की मांग को लेकर कॉर्बेट मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। जिसके बाद वन विभाग ने बाघ प्रभावित क्षेत्र में कई जगह कैमरा ट्रैप लगाया तो बाघिन की उपस्थिति गांव में दिखाई दी। जिसके बाद कॉर्बेट के वन कर्मचारियों ने बाघिन को रेस्क्यू करने के लिए कमर कसते हुए रविवार की पूरी रात भर रेस्क्यू अभियान चलाकर में क्षेत्र से दो बाघिनो को रेस्क्यू कर लिया। वनाधिकारियों के मुताबिक दोनों बाघिन मां-बेटी लग रही है।

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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी रेंज के अंतर्गत ईडीसी ग्राम कानिया में बाघिन को रेस्क्यू करने के लिए कॉर्बेट के वरिष्ठ पशु चिकित्सा डा. दुष्यंत शर्मा के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम रविवार रात को कानिया क्षेत्र में रेस्क्यू करने पहुंची थी। रेस्क्यू टीम ने रात 10.30 के आसपास पहले एक से डेढ़ साल की उम्र की बाघिन को कानिया वन चौकी के पास ग्रासलैंड में रेस्क्यू किया। इस बाघिन को जब ढेला रेस्क्यू सेंटर छोड़ने पहुंचे। तभी एक अन्य बाघिन की मौके पर होने की सूचना मिली। जिसके बाद रेस्क्यू टीम फिर मौके पर पहुंची और रात लगभग 1 बजे के आसपास दूसरी बाघिन को भी रेस्क्यू कर लिया। इस बाघिन की उम्र करीब 8 से 9 साल की बताई जा रही है। पकड़ी गई दोनों बाघिन के मां बेटी होने की संभावना जताई जा रही है।

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इन दोनों की ही कानिया क्षेत्र में लगातार मौजूदगी दिखाई दे रही थी। जिससे ग्रामीण आतंकित होकर शाम ढलते ही अपने घरों में छिपने को मजबूर थे। फिलहाल दोनों बाघिनों को रेस्क्यू कर पशु चिकित्साधिकारियों की निगरानी में ढेला के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है। बिजरानी रेंज के रेंजर बीपी हरबोला ने कहा कि दो बाघिनों को रेस्क्यू कर लिया गया है। परन्तु इसके बाद भी क्षेत्र में एहतियातन निगरानी की जा रही है।

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