रानीधारा में कटखने बंदर के आतंक से जनता को तत्काल निजात दिलाने के लिए, पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक ने मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं से की वार्ता,आंदोलन की दी चेतावनी।
रानीधारा में कटखने बंदर के आतंक से जनता को तत्काल निजात दिलाने के लिए, पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक ने मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं से की वार्ता,आंदोलन की दी चेतावनी।
अल्मोड़ा/ साई बाबा कॉलोनी व रानीधारा मोहल्ले में पिछले एक सप्ताह से एक कटखने बंदर के द्वारा लगातार लोगो को काटकर घायल किया जा रहा था।लोगों के द्वारा कई बार शिकायत करने के बाद भी वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
आज रानीधारा मोहल्ले के लोगों के द्वारा पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक के कार्यालय में पहुंचकर इस हेतु सूचित किया गया।इस पर श्री कर्नाटक के द्वारा डी एफ ओ अल्मोड़ा से दूरभाष पर संपर्क किया गया परंतु डी एफ ओ अल्मोड़ा का फोन नही उठा।जिस पर श्री कर्नाटक ने गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि डबल इंजन की इस सरकार में अधिकारी बेलगाम हो गए है और जनता की समस्याओं से उन्हें कुछ भी लेना देना नही है।उन्होंने कहा कि एक अधिकारी को दो जिलों का चार्ज दिया गया है।ऐसा लगता है कि उक्त अधिकारी दो जिलों का भार उठाने में अक्षम साबित हो रहे है और जनहित की समस्याओं से उन्हें लेना देना नही रह गया है।
इसके बाद श्री कर्नाटक ने मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं पी के पात्रो से वार्ता की एवम तत्काल इस कटखने बंदर को पकड़कर स्थानीय जनता को इस बंदर के आतंक से निजात दिलाने की मांग की।श्री कर्नाटक ने आगे कहा कि यदि तीन दिन के भीतर इस कटखने बंदर को नही पकड़ा गया तो वे स्थानीय जनता को साथ लेकर प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं पी के पात्रो ने पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक को आश्वासन दिया है कि अविलंब इस कटखने बंदर को पकड़ने के लिए वे अल्मोड़ा में सक्षम अधिकारियों को निर्देशित कर रहे है।इसके पश्चात् कर्नाटक ने वन संरक्षक अल्मोड़ा से भी दूरभाष पर वार्ता की जिसमे उनके द्वारा अविलंब कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।