न्यूज़ 13 ब्यूरो/ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर हुए भीषण सड़क दुर्घटना में उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी एक परिवार के तीन सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई है जबकि एक बुजुर्ग महिला ने शाहजहांपुर में उपचार के दौरान दम तोड दिया। इनके अलावा परिवार के मुखिया की हालत गंभीर बनी हुई है। दुर्घटना का कारण कार की अधिक गति बताई जा रही है। आशंका जताई जा रही है।
कि सामने से आ रहे किसी वाहन को बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर तोड़कर दूसरी साइड में आ गई। वहां सामने से आ रहे ट्रक ने उसे सीधी टक्कर मार दी।
स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कार लखनऊ के कूर्मांचल नगर-इंदिरानगर में रहने वाले उत्तराखंड के मूल निवासी नंदीग्राम अल्मोड़ा के दीपक उपाध्याय की थी। जिसे वह खुद चला रहे थे। बगल की सीट पर छोटा भाई राजीव और पीछे की सीट पर उनके पिता दिनेश चंद्र उपाध्याय, मां विमला देवी व ताई विमला देवी बैठी हुई थीं।
बताया जा रहा है कि लखीमपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर उचौलिया क्षेत्र में गांव जलालपुर के समीप मां वैष्णो पेट्रोल पंप के सामने किसी वाहन को बचाने के चक्कर मे कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर पार करते हुए दूसरी ओर की सड़क पर चली गयी और वहां एक ट्रक के कंटेनर से टकरा गयी। दुर्घटना में कार के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना की सूचना के बाद किसी तरह पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय गांव वालों की मदद से कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। इस बीच राजमार्ग पर जाम लग गया। घायल कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं थे।
इस बीच अचानक कार में पड़े फोन पर एक कॉल आ गई। थाना प्रभारी जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि कॉल करने वाले ने उनकी लोकेशन पूछी तो उनको दुर्घटना की जानकारी दी गई। जो फोन पुलिस को बरामद हुआ उसमें पैटर्न लॉक लगा था। इसलिए पुलिस फोन करने वाले का नंबर नहीं जान पाई। लेकिन दुर्घटना की सूचना पाकर छोटा बेटा कमल पसगवां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा।
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उसने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे अपनी कार से सभी लोग उत्तराखंड के लिए निकले थे। इस बीच यह दुर्घटना हो गयी। उसने बताया कि उसने परिजनों की कुशल व कहां पहुंचे जानने के लिये फोन किया था तब उसे दुर्घटना की जानकारी मिली। इस दुर्घटना में कमल के दोनों भाइयों व मां की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि ताई ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पिता की हालत भी गंभीर है। हालांकि इससे पहले उसके पिता दिनेश चंद्र और ताई विमला का शाहजहांपुर में इलाज चलता रहा। विमला को ज्यादा चोटें थीं। उनका सीटी स्केन भी कराया गया। परन्तु रविवार की शाम को विमला देवी की भी मौत हो गई। दुर्घटना में घायल हुई विमला देवी अपने देवर दिनेश के साथ जा रही थी।
विमला देवी का एक बेटा है जो प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। घटना के बाद वह भी कमल किशोर के साथ पसगवां पहुंचा था। बड़े बेटे के विवाह की बात करने हल्द्वानी आ रहा था परिवार प्राप्त जानकारी के मुताबिक मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद के नंदीग्राम निवासी दिनेश चंद्र उपाध्याय कर्मचारी कल्याण निगम से सेवानिवृत्त हैं। वह लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र में कूर्मांचल नगर-इंदिरानगर में रहते हैं। इनके तीन बेटे दीपक, राजीव और कमल उपाध्याय हैं। तीनों का ही विवाह नहीं हुआ है। उनकी कोई बहन नहीं है।
कमल बैंक में दीपक आईटी के क्षेत्र में नौकरी करते हैं जबकि राजीव एमबीए की तैयारी कर रहे हैं। इधर सबसे बड़े बेटे की शादी के लिये उत्तराखंड में बात चल रही थी। इसके लिये सभी को पहले ९ रुद्रपुर और फिर ९ हल्द्वानी जाना था। इस बीच उनके साथ दर्दनाक दुर्घटना हो गयी।