लंपी वायरस की मार से लगातार खुद रही है पशु की कब्र, दूध के उत्पादन में आई गिरावट, सीएम धामी तक नहीं पहुंच रही है किसानों की चीख।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि पुष्कर सिंह बोहरा, चम्पावत:-

लोहाघाट/ लंपी वायरस से चंपावत जिले में पशुधन को भारी नुकसान पहुंच रहा है। गंभीर हालातों को देखते हुए भारत सरकार के पशुधन मंत्रालय की एक टीम बुधवार को चंपावत आ रही है जो यहां ताजा हालातों की समीक्षा करेगी।

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सीवीओ डॉ पीएस भंडारी के अनुसार अभी तक 93 पशु के मारे जाने की सूचना मिली है यह आंकड़ा अप्रैल माह से जुटाया गया है। जबकि वास्तविकता यह है कि मार्च के प्रथम सप्ताह से ही पशु इस वायरस की चपेट में आने शुरू हो गए थे। सूत्रों के अनुसार पशुओं की मौत का आंकड़ा कब का सैकड़ा पार कर चुका है। दुधपोखरा क्षेत्र में हालत काफी नाजुक बने हुए हैं।

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सबसे अधिक दूध का उत्पादन करने वाले चौड़ी गांव में सात गाय मर चुकी है।यहां लोग दहशत के बीच जी रहे हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मुख्य आधार दुधारू पशुओं की इतनी बड़ी संख्या में मौत होने पर इसे रोकने के लिए राज्य स्तर पर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।दूध का उत्पादन लगातार घटता जा रहा है।

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