चौखुटिया/ नगर पंचायत के धुधलिया वार्ड में आयोजित मिलेट्स ,मोटा अनाज महोत्सव में महिलाओं ने मोटे अनाज के उत्पाद बनाकर परोसने के साथ इनकी पदावर बढ़ाकर आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया, इस दौरान अतिथियों व नई पीढ़ी को झुंगरे की खीर बेड़ू के पत्तल में परोसकर खिलाई गई। इस मौके पर जीवन शैली बदलते हुए परंपरागत मोटा अनाज झूंगरा, मडूवा, बाजरा आदि की पैदावर से संबंधित खेती पर ध्यान केंद्रित करने का संकल्प लिया गया।
लोगों में मोटे अनाज के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य को लेकर नेहरू युवा केंद्र अल्मोड़ा की ओर से चौखुटिया के धुधलिया बिष्ट में आयोजित श्री अन्न महोत्सव में लोगों को इसके महत्व व उपयोगिता के बारे में बताया गया। मेले में महिलाओं ने मोटे अनाज से निर्मित खाद्य पदार्थ परोसे। झूंगरे की खीर मेहमानों के साथ ही नई पीढ़ी के युवाओं को भी काफी पसंद आई । इस मौके पर सहायक कृषि अधिकारी आभा लोहनी ने कहा कि देशभर में यह वर्ष श्री अन्न वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने विभाग द्वारा कृषकों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए मोटे अनाज के उत्पादन पर जोर देने को कहा।
उन्होंने कहा कि मोटे अनाज की लागत कम होती है जबकि आमदनी अधिक है। स्वास्थ्य के लिहाज से भी काफी उपयोगी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बीडीओ दिलमणी जोशी ने जीवन शैली व खानपान में बदलाव लाने और मोटा अनाज का उपयोग करने को कहा। कहा कि मोटा अनाज हर दृष्टि से उपयोगी होने के साथ ही रोग प्रतिशोधक क्षमता बढ़ाने के लिहाज से भी अच्छा है। उन्होंने कहा कि हमें परंपरागत मोटे अनाज की तरफ ध्यान देना होगा। इससे हमारी आमदनी में तो बढोत्तरी होगी ही साथ ही ब्ले प्रेशर, शूगर, हार्ट अटैक जैसी बिमारियों से भी बचा जा सकेगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए गेवाड़ संकल्प समिति की अध्यक्ष भावना शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। वहीं सरपंच जानकी अटवाल, चंद्रा अटवाल, हेम कांडपाल, भगा, तारा, बबीता अटवाल,सरस्वती देवी, कमला देवी, हेमा देवी,दीपा देवी, नीरू देवी, गीता देवी, राधा देवी, निशा देवी, पदमा देवी, विमला देवी, ममता देवी, भावना देवी व मंजू देवी आदि ने विचार रखे।