नैनीताल/ कुमाऊं मंडल विकास निगम ने आदि कैलास के साथ ओम पर्वत यात्रा का कार्यक्रम जारी कर दिया है। निगम प्रबंधन ने मुख्यमंत्री धामी की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए पहली बार टनकपुर से वाया काठगोदाम तथा टनकपुर से वापस टनकपुर तक यात्रा रूट निर्धारित किया है।
इस बार काठगोदाम, टनकपुर से यात्रा एक्सप्रेस माडल पर भी आधारित होगी। 13 मई से जून अंत तक होने वाली यात्रा में 60 दल भेजे जाएंगे। इसके बाद नवंबर तक के लिए अलग से दल तय होंगे। प्रधानमंत्री मोदी के अक्टूबर 2023 में आदि कैलास के दौरे के बाद से यह क्षेत्र राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आने के साथ ही पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है।
इस बार और अधिक यात्रियों के आदि कैलास के साथ ही ओम पर्वत के भ्रमण पर आने की सम्भावना जताई जा रही है। केएमवीएन ने दल वार कार्यक्रम व्यवस्था, सुविधाएं, आवेदन प्रपत्र एवं दरों का निर्धारण कर लिया है। जिसे निगम की वेबसाइट (www.kmvn.in) पर अपलोड भी किया गया है। निगम के जनसंपर्क कार्यालयों या केंद्रीय आरक्षण केंद्र नैनीताल के माध्यम से भी श्रद्धालु बुकिंग करा सकते हैं।
जीएम (प्रशासन) एपी बाजपेयी ने बताया कि काठगोदाम से काठगोदाम तक सात रात एवं आठ दिन, काठगोदाम से काठगोदाम त्वरित चार रात एवं पांच दिन, टनकपुर से काठगोदाम सात रात व आठ दिन, टनकपुर से टनकपुर से त्वरित टनकपुर पांच रात्रि व छह दिन तथा धारचूला से धारचूला चार रात एवं पांच दिन की तिथि निर्धारित की गई है। इतनी होंगी पैकेज की दरें
जीएम एपी बाजपेयी के मुताबिक निगम संचालित यात्रा 2024 के लिए दरें काठगोदाम से काठगोदाम तक 40 हजार रुपये और त्वरित पैकेज में यह 33 हजार रुपये होगी। टनकपुर से काठगोदाम 40 हजार रुपये, टनकपुर से टनकपुर 35 हजार रुपये, धारचूला से धारचूला 30 हजार रुपये प्रति यात्री दर निर्धारित की गई हैं।
इस पैकेज में निगम की ओर से आवास, भोजन, परिवहन, गाइड आदि सुविधाएं शामिल हैं।
जुलाई से नवंबर के लिए तय होंगे दल मई और जून में 60 दलों के माध्यम से यात्रा संचालित की जाएगी। जबकि जुलाई से नवंबर के लिए अलग से दलों का निर्धारण किया जाएगा। एक दल में अधिकतम 35 यात्री होंगे। यात्रा के पड़ाव काठगोदाम, टनकपुर के बाद पिथौरागढ़, धारचूला गुंजी-बूंदी-चौकोड़ी, पाताल भुवनेश्वर, गंगोलीहाट, लोहाघाट, एबटमाउंट व भीमताल में रात्रि विश्राम होगा।
काठगोदाम से यात्रा वाया भीमताल, कैंची, अल्मोड़ा, चितई, जागेश्वर, पिथौरागढ़, जौलजीबी, धारचूला, बूंदी, छियालेख, गर्बियांग, नपलच्यू, कालापानी, नाभीढांग ओम पर्वत होते हुए वापस गुंजी, नाबी, कुट्टी, ज्योलिंगकांग आदि कैलाश एवं पार्वती सरोवर जाएगी। वापसी में गुजी, बूंदी, धारचूला डीडीहाट, चौकोड़ी, पाताल भुवनेश्वर, शेराघाट, अल्मोड़ा, भीमताल होते हुए काठगोदाम में यात्रा समाप्त होगी।