चौखुटिया/ पिछले डेढ वर्ष से लगातार क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न तरीकों से गेवाड विकास समिति आंदोलनरत है।
सोमवार को शनिवार के दिन खून से लिखे पत्रों को पंजिकृत डाक द्वारा प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री,न्यायाधीशों सहित सम्बंधित अधिकारियों को भेजा गया। पत्रो के माध्यम से समस्याओं के समाधान की मांग की गई है।
पत्र भेजने में मुख्य रूप से समिति के संरक्षक हीरा सिंह बिष्ट,अध्यक्ष गजेंद्र सिंह नेगी ,महासचिव दिनेश मनराल, हेम कांडपाल, प्रकाश रावत गिरीश चंद्र, राजेश चौधरी आदि दर्जनों समिति के सदस्य रहे। धरना- प्रदर्शन- जुलूस व महामहिमों को खून से लिखे पत्र भेजने के बाद अब गेवाड विकास समिति ने समस्याओं के समाधान को देवी देवताओं का सहारा लेने का निर्णय लिया गया है।
जिसके तहत मंदिरों में सरकार व प्रतिनिधियों की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन व यज्ञ करने का फैसला किया गया है।
समिति अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक मदन बिष्ट व जिलाधिकारी के आश्वासन पर 21 दिन तक आंदोलन को स्थगित किया गया है।इस दौरान मंदिरों में हवन यज्ञ कर प्रदेश सरकार व जनप्रतिनिधियों के बुध्दि-शुध्दि की प्रार्थना की जाएगी। जिससे कि विकासखंड की समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें सद्बुद्धि मिल सके।
बताया 16 नवंबर को कालिगाड़ मईया मंदिर चाँदीखेत,
23 नवंबर को अग्नेरी मईया मंदिर तथा 30 नवंबर को भूमिया बाबा मंदिर मासी में गेवाड़ का विकास कराने हेतु हमारे जनप्रतिनिधियों तथा उत्तराखंड सरकार को सद्बुद्धि यज्ञ के माध्यम से भगवान को अर्जी लगायी जाएगी।बताया तब भी हमारी मांगों का सरकार संज्ञान नहीं लेंगी तो कोठयार काशीलाल भैरव बाबा के मंदिर में भी अर्जी लगाई जायेगी।