चौखुटिया, सिंचाई पानी नहीं , धान बीज नहीं बो पाये काश्तकार सुरतेहाल रामगंगा बाई नहर।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि गणेश जोशी चौखुटिया

चौखुटिया/ रामगंगा बाई नहर में सिंचाई हेतु पानी नहीं आने से तल्ला गेवाड़ के काश्तकार अभी तक धान बीज की बुवाई नहीं कर पाए हैं।बार-बार मांग करने के बाद भी सिचाई पानी नहीं आने से कास्तकार आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर हैं। विकासखंड की लगभग 15 किलोमीटर लंबी नहर से दर्जन से ऊपर ग्राम पंचायतों की सिंचाई होती थी खरीफ फसल धान बीज बुवाई ,धान रोपाई के दौरान हमेशा ग्रामीणों को आंदोलन की राह पकड़नी पड़ती है।

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जून पहला सप्ताह बीतने के बाद अभी भी तल्ला गेवाड़ के दर्जनभर गांव में रोपाई के लिए धान बीज की बुवाई नहीं की है जिसके लिए काश्तकार सिचाई विभाग को जिम्मेदार बता रहे हैं लंबे समय से बारिश नहीं होने के कारण इस बार काश्तकारों को मौसम व सिंचाई विभाग की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि रामगंगा बाई नहर में शीघ्र सिचाई पानी नहीं चलाया गया तो जन आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा। साथ ही बताया विभागीय अभियंता स्टाफ की कमी का रोना -रो रहे हैं, नहर पर मरम्मत के नाम पर हर वर्ष लाखों रुपया खर्च करते हैं।

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लेकिन जरूरत के समय काश्तकारों को सिचाई पानी नहीं मिल पाता है, कास्तकारो का कहना है कि कृषि क्षेत्र में अग्रणी गेवाड़ घाटी के ग्रामीण कभी मौसम, जंगली जानवर व अब सिंचाई विभाग की कार्यशैली के चलते खेती छोड़ने को मजबूर हैं।
बोले जनप्रतिनिधि काश्तकार
1- बार-बार मांग के बाद रामगंगा बाई नहर में पानी नहीं चलाया जा रहा है। जिससे अभी तक धान बीज की बुवाई नहीं हो पाई ,जहां बुवाई हुई सूख गई है शीघ्र पानी नहीं चलाया गया तो जन आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
चंदन सिंह बिष्ट क्षेत्र पंचायत सदस्य जेठुआ-भगोती

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2- रवि फसल मैं भी परेशानी हुई अब धान बीज बोआई के लिए पानी नहीं पहुंचने से काश्तकारों ने आधी खेती छोड़ दी है करोड़ों खर्च करने के बाद भी सिंचाई विभाग समय पर कभी भी धान बीज से लेकर रोपाई तक पानी नहीं पहुंचा पाता है।
राजेंद्र सिंह शास्त्री काश्तकार मज्यूर
3- विकासखंड की सबसे लंबी सिंचाई नहर होने के बाद मात्र 4 किलोमीटर तक विभाग पानी दे पा रहा है हमारी मांग है कि नितेलिया से पंप लगाने के साथ स्वीठो-त्याड अलग से सिंचाई नहर काश्तकारों के लिए बनाई जाए।
बसंत उपाध्याय काश्तकार खनुली
4- नहर मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च करने के बाद सिंचाई के लिए पानी का नहीं पहुंचना दुर्भाग्यपूर्ण है सिंचाई नहर अभियंताओं के लिए दुधारू गाय का काम कर रही है।
पुष्पा जोशी ग्राम प्रधान जेठुआ
विकासखंड में 29 नहरे हैं कुछ पंप से चलती हैं 17 रामगंगा नदी व अन्य सहायक नदियों से संचालित होती है एकमात्र अवर अभियंता यहां पर कार्यरत है

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जिसके चलते सभी नहरों में समय पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है शीघ्र व्यवस्था में सुधार कर उच्च अधिकारियों को अवगत करने पर अस्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति मांग की जाएगी प्रयास रहेगा तीन दिन के भीतर रामगंगा बाई नहर मैं रविवार तक पानी पहुंचा दिया जाएगा।सुखदीप सुंदरिया सहायक अभियंता सिंचाई विभाग चौखुटिया

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