लोहाघाट/ ग्रामीण उद्योग बेग वृद्धि परियोजना (रीप) एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित सीएलएफ की महिलाओं द्वारा हाथों से बनी राखियों की आज से लोहाघाट व चंपावत के डाकघर परिसर में बिक्री की जाने लगी है।
विभिन्न प्रकार की रंगीन एवं आकर्षक राखियों की लगातार मांग बढ़ती जा रही है। महिला समूह द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए यह राखियों को बनाने का पहला प्रयास किया गया है
जिसमें उन्हें शुरुआती तौर पर सफलता मिलती जा रही है। राखियों की बिक्री में सभी लोग सहयोग कर रहे हैं। रीप के जिला प्रबंधक श्री झा के अनुसार महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाता रहेगा।