उत्तरकाशी/ पुरोला क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने टौंस वन प्रभाग के डीएफओ की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए देहरादून में विधायक से मुलाकात करके उनका स्थानांतरण करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि डीएफओ द्वारा मनमाफिक नियम कानून बनाकर हिटलर जैसी तानाशाही की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों सहित आम जनमानस में भारी आक्रोश व्याप्त हैं। उन्होंने विधायक दुर्गेश्वर लाल को बताया कि डीएफओ टौंस द्वारा की जा रही मनमानी से विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे है।
डीएफओ टौंस वन प्रभाग पुरोला कुंदन सिंह की कार्यप्रणाली से नाराज जनप्रतिनिधियों व ठेकेदारों के एक दल ने देहरादून रेसकोर्स स्थिति एमएलए हॉस्टल में विधायक दुर्गेश्वर लाल से मुलाकात की।
उन्होंने विधायक को सौंपे ज्ञापन में कहा की अभी कुछ दिनों पूर्व चार्ज लेते ही डीएफओ कुंदन सिंह अपनी मनमानी कर मनमाफिक नियम कानून बनाकर हिटलर जैसी तानाशाही कर रहे हैं जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे है। बताया कि ठेकेदारों द्वारा पूर्व में विभाग में जो पंजीकरण किए गए थे उनकी वैधता वर्ष 2024 तक थी।
परन्तु नए डीएफओ द्वारा सभी पंजीकरण निरस्त कर दिए है जो उचित नहीं है। जन प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि डीएफओ टौंस द्वारा उनकी बातें अनसुनी की जा रही है और तो और मिलने का समय तक नहीं दिया जाता है। उन्होंने इस संबंध में विधायक को एक ज्ञापन दिया है। साथ ही जल्द समस्याओं का समाधान न होने पर आमरण अनशन करने को चेताया है। विधायक दुर्गेश्वर लाल ने मामले के समाधान का विस्वास दिया है।