नई दिल्ली/ भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को घोषणा की कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने निर्धारित ट्रैक पर है और अगले पांच दिनों में केरल तट पर दस्तक दे सकता है। आईएमडी के पहले बुलेटिन में यह भविष्यवाणी की गई थी कि केरल में मानसून की शुरुआत 31 मई को होगी।
आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने एक वर्चुअल सम्मेलन में बताया कि पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून वर्षा 4 की मॉडल त्रुटि के साथ लंबी अवधि के औसत का 106 होने की संभावना है। इसका मतलब है कि इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी बताया कि देश के मुख्य मानसून क्षेत्र, जिसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश शामिल हैं, में इस मौसम में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। यह क्षेत्र कृषि के लिए बारिश पर निर्भर है और इस वर्ष की बारिश की भविष्यवाणी किसानों के लिए खुशी की खबर है।
डॉ. महापात्र ने देश के अन्य हिस्सों के लिए भी भविष्यवाणी की कि पूर्वोत्तर भारत में मानसून सामान्य से कम रहेगा उत्तर-पश्चिम में सामान्य रहेगा और देश के मध्य और दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जून में पूरे देश में सामान्य बारिश होने की संभावना है जो लंबी अवधि के औसत 166.9 मिमी का 92-108: होगी।
देश के कई हिस्से वर्तमान में चिलचिलाती गर्मी से जूझ रहे हैं। दक्षिणी क्षेत्रों के राज्य और केंद्र शासित राज्य भीषण गर्मी का
सामना कर रहे हैं इसके बाद उत्तर के क्षेत्र भी गर्मी की चपेट में हैं। ऐसे में आईएमडी की इस घोषणा से कृषि क्षेत्र में लगे लोगों के चेहरे पर मुस्कान आने की संभावना है।