पिथौरागढ़/ उत्तराखंड के ग्रामीणों व शहरी दोनों क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक देखने को मिल रहा है। कई गांव में बाघ घुस जा रहा है तो कहीं पर गुलदार की चहलकदमी से लोग भयभीत हैं। पिथौरागढ़ जिले में भी गुलदार गांव में घुसकर मवेशियों के साथ ही लोगों पर भी हमला बोल रहे हैं। वन विभाग से शिकायत के बाद इन्हें पकड़ने की कोशिश तो की जा रही है परन्तु इसके बाद भी ग्रामीणों को भय के साये में रात गुजारनी पड़ रही हैं।
जिला मुख्यालय से सटे गांवों में एक बार फिर गुलदार की चहलकदमी दिखाई देने लगी हैं। दिगतोली गांव में पहले से ही गुलदार सक्रिय हैं अब कुसौली गांव में एक साथ तीन-तीन गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों भयभीत है। जिला मुख्यालय से लगभग छह किलोमीटर दूर कुसौली गांव में बीते रोज ग्रामीणों को तीन गुलदार खेतों में टहलते दिखाई दिए।
जिससे गांव में हड़कंप मच गया। लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।
ग्रामीणों ने पिंजरा लगाने की करी मांग
वन विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर माइक के जरिये लोगों को सतर्क किया। ग्रामीणों ने बताया कि एक साथ तीन गुलदार दिखाई देने से ग्रामीण अपने खेतों में भी नहीं जा पा रहे हैं।गुलदार कभी भी कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाए जाने की मांग की है। वन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर क्षेत्र के लोगों को जागरूक किया है।
वन विभाग ने की ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील
वन विभाग का कहना है कि इस समय गांवों के आसपास जगह- जगह घास और झाड़ियां फैली हुई हैं। गुलदारों को इनमें छुपने के लिए सुरक्षित जगह उपलब्ध हो जाती है। विभाग ने ग्रामीणों से घरों के आसपास घास और झाड़ियों को साफ करने के साथ ही सुबह और शाम के समय विशेष रूप से सतर्क रहने की अपील की है। कुसौली गांव में गुलदार के हमले की अभी कोई घटना नहीं हुई है। दिगतोली गांव में सक्रिय गुलदार एक मवेशी को अपना शिकार बना चुका है।