बागेश्वर/ उत्तराखंड की राजनीति में बागेश्वर उपचुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा बसंत कुमार को पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने पर कार्यकर्ता ही सवाल खड़े करने लगे हैं। जहां एक ओर पार्टी कार्यकर्ताओं में टिकट को लेकर मायूसी है तो वहीं करन माहरा अपनी जीत को लेकर खासे आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं।
बसंत कुमार 13 अगस्त को ही आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आए थे और आते ही उन्हें उम्मीदवार भी बना दिया। दरअसल उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा पहले ही बसंत पर दांव खेलने की घोषणा कर चुके थे।इस बीच कांग्रेस ने उपचुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल करने का दावा किया है। करन माहरा ने दावा किया कि बागेश्वर विधानसभा में कांग्रेस के लगभग 20 हजार परंपरागत वोट हैं। जबकि 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रहे बसंत कुमार को 16 हजार वोट मिले थे। ऐसे में माहरा ने उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को 36 हजार से ज्यादा वोट मिलने का भरोसा जताया।
करन माहरा ने पांच से दस हजार वोटों से जीत का दावा भी किया है। इसके साथ ही दिवंगत चंदन राम दास के कार्यकाल में विकास कार्यों का मुद्दा उठाकर भी करन ने कांग्रेस की राह आसान होने की उम्मीद जताई है। इतना ही नहीं महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी को भी करन कांग्रेस के लिए फायदेमंद बता रहे हैं।