लोहाघाट >> उप जिला चिकित्सालय में, बाल रोग विशेषज्ञ न होने से, लोहाघाट विधानसभा के तीन विकास खंडों के लोग परेशान, लोगों ने जनप्रतिनिधियों को बताया निकम्मा।
लोहाघाट >> उप जिला चिकित्सालय में, बाल रोग विशेषज्ञ न होने से, लोहाघाट विधानसभा के तीन विकास खंडों के लोग परेशान, लोगों ने जनप्रतिनिधियों को बताया निकम्मा।
चम्पावत/ पिछले 2 महीने से लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं होने से अब इसका असर बच्चों के इलाज में पढ़ने लग गया है गंभीर रोग से पीड़ित बच्चों को उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट में उपचार नहीं मिल पा रहा है जिसे लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है दूरस्थ इलाकों से आए लोगों ने कहा अपने बच्चों को इलाज के लिए लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय लाते हैं परन्तु अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ के ना होने से बच्चों को उचित इलाज नहीं हो पाता है। बच्चों को उपचार के लिए बाहर के अस्पताल में जाना पड़ता है।
लोगों ने कहा वे लोग दूर-दूर से बच्चों व अन्य मरीजों को इलाज के लिए यहां आते हैं लेकिन लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय की स्थिति बदतर हो गई हैं विशेषज्ञ चिकित्सकों का यहां बड़ा अभाव है लोगों ने जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उप जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए क्षेत्रीय विधायक के साथ ही सांसद व अन्य जनप्रतिनिधि खामोश है।
उन्हें जनता की समस्या से कोई लेना- देना नहीं है वे सिर्फ वोट मांगने ही जनता के पास आते हैं लोगों ने कहा वे सांसद की तो शक्ल तक भूल चुके हैं जनप्रतिनिधियों को लेकर क्षेत्र की जनता में काफी आक्रोश है लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ के लंबी छुट्टी में चले जाने से बच्चों के इलाज में काफी दिक्कतों का सामना लोगों को करना पड़ रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग व जनप्रतिनिधियों को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है।
लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र के तीन विकास खंडों की जनता के साथ ही नेपाल से भी मरीज अपना इलाज कराने यहां पहुंचते हैं परन्तु यहां आकर उनके हाथ सिर्फ निराशा ही लगती है वह अपने को ठगा सा महसूस करते हैं और आखिर में बाहर के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने को मजबूर होना पड़ता है।