उत्तरकाशी/ उत्तरकाशी के हर्षिल में आबकारी विभाग ने शराब की दुकान खोलने के लिए निविदा जारी की है जिसे लेकर स्थानीय निवासियों के साथ ही पांच मंदिर समिति के सदस्यों ने जबरदस्त विरोध जताया है। विरोध स्वरूप ग्रामीणों और तीर्थ पुरोहितों ने जिला कार्यालय जाकर जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रस्तुत किया।
आबकारी विभाग की ओर से हर्षिल घाटी में शराब की दुकान खोलने के लिए निविदा जारी करने पर स्थानीय मंदिर समिति के सदस्यों और ग्रामीणों ने जबरदस्त विरोध किया है। बीते शुक्रवार को ग्रामीणों और तीर्थ पुरोहितों ने जिला कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और हर्षिल घाटी में शराब की दुकान खोलने का विरोध किया।
ग्रामीणों का कहना है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में हर्षिल और मुखबा का दौरा करते हुए यहां धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का आश्वासन
दिया था परन्तु अब सरकार हर्षिल और सांकरी में शराब की दुकानें खोलकर यहां की स्थिति को बिगाड़ने की योजना बना रही है।
गंगोत्री मंदिर समिति के अधिकारियों ने जानकारी दी कि मुखबा गांव जो हर्षिल से तीन किलोमीटर दूर है वह मां गंगा का शीतकालीन निवास स्थान है। यहां श्रद्धालु पूरे वर्ष दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव हर्षिल में शराब की दुकान खोलना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटकों में गलत संदेश जाएगा और क्षेत्र का धार्मिक वातावरण प्रभावित होगा। इसके अलावा यात्रा के दौरान गंगोत्री धाम में शराबियों की संख्या बढ़ने की संभावना है जिससे कानून-व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।