मिशन कश्मीर में अभिनय कर चुके सिने अभिनेता पहुंचे अल्मोड़ा।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि अल्मोड़ा:-

अल्मोड़ा/ जनपद के चौखुटिया तहसील के खत्याड़ी गांव के निवासी चंदन बिष्ट जो कि मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में काफी फिल्मों में काम कर चुके हैं आज अल्मोड़ा में न्यूज़ 13 से विशेष भेंट वार्ता मे उन्होंने अपनी फिल्मों पर बात की। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा चौखुटिया से पूर्ण की। जिसके बाद वे दिल्ली और दिल्ली में एनएसडी से अभिनय की और फिल्मों की बारीकियां सीखी। उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म लाइन में शुरुआत फिल्म मिशन कश्मीर से हुई जहां उन्हें दर्शकों का पूरा प्यार मिला। उसके बाद उन्होंने हनीमून ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड, मिथ्या, अरमान, रघु रोमियो, दसविदानियां, लाइफ इन ए डे, मेड इन चाइना आदि मेनस्ट्रीम की फिल्मों में काम किया। उन्होंने नेटफ्लिक्स की अरण्यक, ट्रायल बाय फायर वेब सीरीज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अभी हाल ही में आई फायर इन द माउंटेन फिल्म के लिए उन्हें स्पेन में बेस्ट एक्टर का अवार्ड भी मिला है, यह फिल्म सोनी लिव पर उपलब्ध है।

यह भी पढ़ें 👉 : अल्मोड़ा, भैसियाछाना >> 2019 में स्वीकृत हुए कनारीछीना, बिनूक, पतलचौरा सड़क का अभी तक इंतजार करते ही कर रहे ग्रामीण।

फिल्मों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा आजकल मेंस्ट्रीम में रियलिस्टिक फिल्मों का चलन बढ़ा है। फिल्में रियलिटी की तरफ बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि वह मुंबई फ़िल्म लाइन में स्थापित हैं तो चाहते हैं कि जो भी उन्होंने सीखा है उसे आगे बढ़ाएं। इसके लिए वह उत्तराखंड आते रहते हैं और कार्यशालाएं करते हैं और बच्चों को अभिनय, डिज़ाइन, निर्देशन की बारीकियों से अवगत कराते हैं। उत्तराखंड के बारे में कहा कि पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं, लेकिन उनको यहाँ के जीवन शैली को जानना चाहिए। पहाड़ों के लोगों भी अपना जीवन है और उसको भी पर्यटकों को समझना चाहिए। अब फ़िल्म निर्माता फिल्मों में उत्तराखंड की कहानियां ला रहे हैं। उत्तराखंड के लोग ईमानदार हैं तो फ़िल्म निर्माण के लिए फ़िल्म निर्माताओं को उत्तराखंड का रुख करना चाहिए। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और फिल्मों में स्थानीय प्रतिभाओं को मौका देने से एक मंच भी मिलेगा।

यह भी पढ़ें 👉 : ऊखीमठ >> एस एस बी गुरिल्ला प्रशिक्षितों ने अपनी 3 सूत्रीय मांगों पर अमल न होने के चलते सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के साथ आगामी लोकसभा चुनाव बहिष्कार का लिया निर्णय।

आजकल सोशल मीडिया का जमाना है जिससे युवा अपनी प्रतिभा निखार रहे हैं और यदि उनमें फिल्मों के प्रति जुनून है तो वे जिस भी विधा में काम करना चाहते हैं उसका प्रशिक्षण लेकर रोजगार पा सकते हैं। उन्होंने कहा उत्तराखंड में अच्छी लोकेशन हैं जिनका इस्तेमाल फ़िल्म बनाने वालों को करना चाहिए। यहाँ के घर घर में टैलेंट है। वह प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से निजी खर्चे से उत्तराखंड आकर कार्यशालाएं करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को भी प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए फिल्मों से संबंधित कार्यशाला आयोजित करानी चाहिए और युवाओं को प्लेटफार्म उपलब्ध कराना चाहिए। आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में उन्होंने बताया कि समोसा एंड संस फ़िल्म में वे संजय मिश्रा के साथ लीड रोल में हैं और अ टाइम टू कीप सहित कई वेब सीरीज आगामी महीनों में रिलीज होने वाली हैं। यहाँ पत्रकार वार्ता में रंगकर्मी आलोक वर्मा, विहान संस्था के देवेंद्र भट्ट और फिल्ममेकर अभिजीत फर्त्याल मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *