चौखुटिया/ नारेबाजी के साथ छूटे राज्य आंदोलनकारियों का सरलीकरण के साथ चिन्हीकरण,चयनित आंदोलनकारियों को 10 फ़ीसदी आरक्षण देने, राज्य की अवधारणा के अनुरूप गैरसैण राजधानी, भू कानून लागू करने की मांग को लेकर द्वाराहाट, चौखुटिया राज्य आंदोलनकारियों की बैठक अगनेरी सभागार में हुई बैठक के दौरान नई कार्यकारिणी का गठन कर राज्य आंदोलनकारियो को चिन्हिकरण की मांग को पुरजोर के साथ उठाया गया।
छूटे राज्य आंदोलनकारियों का शीघ्र सरलीकरण के साथ चयनित राज्य आंदोलनकारियों को 10 फ़ीसदी आरक्षण देने की मांग को लेकर अगनेरी सभागार में दोनों विकास खंडों के राज्य आंदोलनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बैठक में चयनित राज्य आंदोलनकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आज राज्य की मूल अवधारणा से भटक कर राष्ट्रीय पार्टियां राज्य आंदोलनकारियों का शोषण कर रही है जिसके लिए सभी को सजग होना होगा।
वक्ताओं ने बताया कि 31दिसंबर 2017 को 104 लोगों की संस्तुति सूची कोर्ट से मिलने के बावजूद भी कुछ लोगों को चिन्हित करना न्याय संगत नहीं है इसे संज्ञान में लेकर शीघ्र इस सूची के अनुरूप छूटे राज्य आंदोलनकारियों को चिन्हित किया जाए। तय हुआ कि अगले सप्ताह सभी राज्य आंदोलनकारी की बैठक बुलाकर तहसील में प्रदर्शन के साथ ज्ञापन दिया जाएगा ।आवश्यकता पडने पर आंदोलन के लिए भी बाध्य होना पड़ेगा।
परमानंद कांडपाल अध्यक्ष गणेश चुने गए महामंत्री
बैठक में सर्वसम्मति से राज्य आंदोलनकारी चिन्हीकरण के लिए कमेटी का गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से परमानंद कांडपाल को अध्यक्ष, गजेंद्र बिष्ट उपाध्यक्ष ,गणेश जोशी महासचिव, मदन कुमैया कोषाध्यक्ष ,मनोज सिंह सचिव, जबकि संरक्षक मंडल में कुशल सिंह ,कला कांडपाल को चुना गया इसके अलावा 10 सदस्यों की एक कमेटी गठित की गई ,
शीघ्र सभी छूटे हुए राज्य आंदोलनकारियों के प्रपत्र तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। रहे मौजूद
परमानंद कांडपाल, कुंदन राम,मदन कुमयां, दयासागर मासीवाल, बच्चे सिंह, गोपाल शर्मा ,द्वाराहाट से पहुंचे विपिन पन्त, रवि जोशी, वीरेंद्र बजेठा, दान सिंह, मोहन चन्द्र तिवारी, प्रेम मेहरा, कला कांडपाल, जगत सिंह मनराल, भगवती देवी, मनोहर जोशी, भागुली देवी,भगवत सिंह, गोपाल सिंह आदि रहे।