कोटद्वार/ बहुचर्चित वनंतरा प्रकरण में शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी की अदालत में दो गवाहों की गवाही करवाई गई। गवाही के बीच यह बात सामने आई कि घटना वाली रात नौ बजे मृतका रिसेप्शनिस्ट आरोपित पुलकित आर्य के साथ स्कूटी पर बैठी थी। आरोपित पुलकित ने वन विभाग के चीला बैराज पशुलोक मार्ग चैक पोस्ट पर तैनात कर्मी को कौड़िया गांव जाने की बात कही थी।
वनंतरा प्रकरण में शुक्रवार को हुई गवाही ने मामले में आरोपित पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता की परेशानियां बढ़ी हैं। विशेष अभियोजन अधिकारी अवनीश नेगी ने बताया कि मामले में गवाही देने पहुंचे वन विभाग के एक संविदा कर्मी ने न्यायालय में पुलकित आर्य की शिनाख्त करते हुए बताया कि पिछले वर्ष 18 सितंबर की रात नौ बजे पुलकित स्कूटी में सवार होकर चीला बैराज पशुलोक मार्ग चैक पोस्ट में पहुंचा। स्कूटी में एक युवती भी बैठी थी । पुलकित ने उन्हें बताया कि वह कौड़िया गांव के निवासी हैं। बताया कि स्कूटी के पीछे मोटर साइकिल पर सवार दो व्यक्ति भी पहुंचे जिन्होंने बताया कि वे स्कूटी वालों के साथ हैं।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता अनुज पुंडीर व जीतेंद्र सिंह रावत ने भी इस गवाह से सवाल-जवाब किए। एक सवाल के जवाब में गवाह ने बताया कि स्कूटी पर सवार युवती न तो शोर मचा रही थी और न ही चिल्ला रही थी। पुलिस की फोरेंसिक टीम की एक महिला सब इंस्पेक्टर ने भी शुक्रवार को अदालत में अपने बयान दर्ज कराए हैं। महिला उप निरीक्षक ने बताया कि 23 सितंबर को उन्होंने मृतका के कमरे का निरीक्षण किया जहां तीन-चार दिन पुराना खाना रखा था।
बताया कि कमरे से चांस फिंगर प्रिंट लेने का प्रयास किया। परन्तु कोई चांस फिंगर प्रिंट नहीं मिला। आरोपित पुलकित के कमरे से सिम कार्ड, डेबिट कार्ड, मोबाइल फोन व कुछ स्वदेशी कंपनी की दवाएं बरामद हुई। विशेष अभियोजन अधिकारी अवनीश नेगी ने बताया कि मामले की अगली सुनवाई आठ सितंबर को होगी।