अल्मोड़ा/ उत्तराखंड में साइबर अपराधियों ने नया और खतरनाक तरीका अपनाते हुए दो बुजुर्गों को डिजिटल अरेस्ट में रखकर कुल ₹83 लाख से अधिक की ठगी की अल्मोड़ा और लमगड़ा पुलिस की सतर्कता से इन दोनों मामलों में तीन आरोपियों को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया गया है। ठग खुद को पुलिस या सीबीआई अधिकारी बताकर पीड़ितों को वीडियो कॉल के माध्यम से डराते थे और खाते से भारी रकम ट्रांसफर करवा लेते थे।
दिनांक 23.3.2025 को अज्ञात व्यक्ति द्वारा वीडियों कॉल के माध्यम से वादी पूर्ण चन्द्र जोशी व उसकी बहन भगवती को पुलिस अधिकारी बनकर उसकी आईडी बच्चों के अपहरण वाले गिरोह से लगी होने तथा उसकी भूमिका संदिग्ध होने व उन्हे गिरफ्तार करने का भय दिखाकर खातों की जांच करने तथा उनके खाते में जमा धनराशि को उनके द्वारा बताये गये खातों में भेजने व इस अवधि में किसी से बात न करने के संबंध धमकी दी गई तथा जांच पूरी होने के बाद सही पाये जाने पर उनकी धनराशि को वापस लौटाने की बात कहकर उन्हे 23 मार्च से 7 अप्रैल 2025 तक डिजिटल अरेस्ट रखकर 8 बार अलग-अलग तिथियों मे कुल 75 लाख 73 हजार की धनराशि ठगों द्वारा अपने खातों में मंगवायी गई।पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस की मदद से जुनेजा दिलावर पुत्र मोहम्मद भाई निवासी महेन्द्र परा 14 मोरवी जिला मोरवी राजकोट गुजरात से गिरफ्तार किया गया। इस गिरोह के अन्य संलिप्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है साइबर ठगी गिरोह की चेन का पता लगाकर गिरफ्तार करने के प्रयास जारी है।
13 जनवरी को लमगड़ा क्षेत्र के निवासी बुजुर्ग को एक अज्ञात विडियो कॉल आती है और सीबीआई ऑफिसर बनकर बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस के खाते में उनका आधार पैन कार्ड लगा होने और संलिप्ता का डर दिखाकर बताया कि आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाता है। बुजुर्ग को डरा धमकाकर कहा गया कि आप लगातार विडियों कॉल पर जुड़े रहोगे और इसके बारे किसी परिवार या अन्य को नहीं बताओगे। आपका एकाउंट वैरिफाई करना है आप कुछ पैसा जो खाते हम बताते है उसमें डालें आपका वैरिफिकेशन किया जा रहा है जो आपको बाद में वापस हो जायेगा । आप हमारे साथ कॉपरेट करें अन्यथा आपको गिरफ्तार किया जायेगा या एनकाउंटर भी हो सकता है यह बहुत बड़ा मामला है ऐसे धमकाया तो बुजुर्ग द्वारा तीन किस्तों में 7,20,000 रुपये साइबर ठगों द्वारा बताये गये खातों में भेजे गये। जब बुजुर्ग द्वारा और अधिक रुपये न होने पर असमर्थता जतायी तो साइबर ठगों ने कहा कि कोई बात नही हम जांच कर रहे है फिर आपके पैसे वापस आ जायेंगे।
जब काफी दिनों बाद पैसे वापस नहीं आये और उनके सम्पर्क नंबर ऑफ आ रहे थे लगभग 1 महिने बाद जीवन सिंह मेहता द्वारा लमगड़ा थाने में तहरीर दी गई थी। मंडलिया निशित पुत्र जयेश भाई निवासी मंगलम 1 ब्लॉक 1 न्यू आरम कॉलोनी मास्टर सोसाईटी गली नं0 1 सरुसैक्शन रोड खोडियार कॉलोनी थाना सी डिविजन जिला जामनगर गुजरात से गिरफ्तार करने में सफलता मिली।