देहरादून/ एक अप्रैल से रोड़ पर चलना मंहगा होने वाला है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि टोल की किमते बढ़ने वाली हैं। वहीं, रिवाइज की गई दरें 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी। जिसके चलते आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। इसे लेकर NHAI ने निर्देश जारी कर दिए हैं। आइए जानते है कितना पड़ेगा असर।
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो हर साल टोल की समिक्षा की जाती है और एक अप्रैल से नए रेट लागू किए जाते हैं। टोल शुल्क बढ़ने का असर परिवहन निगम की बसों के किराये पर पर भी पड़ेगा। देहरादून-हरिद्वार राजमार्ग पर पड़ने वाले लच्छीवाला टोल प्लाजा पर सभी वाहनों का टोल शुल्क एक अप्रैल से बढ़ जाएगा। निजी कार का टोल 105 रुपये देना पड़ेगा, जो पहले 100 रुपये था। हल्के व्यावसायिक वाहनों का टोल 165 रुपये के बजाय 170 रुपये, जबकि भारी वाहन का टोल 535 के बजाय 558 रुपये होगा।
24 घंटे के भीतर वापसी में कार का टोल 160 रुपये, हल्के व्यावसायिक वाहनों का टोल 255 रुपये होगा। वहीं, टोल प्लाजा के नियमों के अनुसार स्थानीय डोईवाला वासियों के लिए पूर्व की भांति इस वर्ष भी निःशुल्क पास की व्यवस्था जारी रहेगी। बीस किमी के दायरे में आने वाले निजी वाहनों के लिए मासिक पास की व्यवस्था मामूली वृद्धि के साथ 330 रुपये से बढ़ाकर 340 रुपये प्रतिमाह की गई है। वहीं, देहरादून से दिल्ली के बीच के टोल शुल्क में वृद्धि होने से दिल्ली की यात्रा भी महंगी हो जाएगी।
टोल शुल्क में एक अप्रैल से बढ़ोतरी के बावजूद उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों का किराया एक हफ्ते तक नहीं बढ़ेगा। निगम प्रबंधन के अनुसार, निगम की बसों का किराया पहले ही राउंड फिगर में चलता है। यानी, अगर 27 रुपये किराया होगा तो निगम 25 रुपये किराया लेता है और 28 रुपये किराया हो तो यात्री से 30 रुपये लिए जाते हैं। ऐसे में टोल का शुल्क बढ़ने से किराये में फिलहाल वृद्धि नहीं होगी। एक हफ्ते तक टोल की दरों का आकलन किया जाएगा। दिल्ली, चंडीगढ़, अंबाला, लखनऊ, कानपुर, हल्द्वानी, जयपुर आदि मार्गों पर टोल प्लाजा अधिक हैं। ऐसे में इन मार्गों की बसों में किराये में वृद्धि की जा सकती है।