देहरादून/ मुख्यमंत्री धामी ने मानव वन्यजीव संघर्ष के मामलों को गंभीरता से लेते हुए है मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रमुख वन संरक्षक को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष के मामलों को समय रहते रोका जा सके।
राज्य में मानव वन्यजीव संघर्ष के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं वर्तमान स्थिति यह है कि आए दिन जंगली जानवर इंसानों पर हमला करके उन्हें अपना निवाला बना रहे हैं हाल ही में पौड़ी और सहसपुर व गंगोलीहाट, रानीखेत समेत कई क्षेत्रों में बाघ के हमले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री गंभीर हैं।
इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में जंगली जानवरों के हमलों की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण किए जाने को लेकर प्रमुख वन संरक्षक को कारगार व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि राज्य में लगातार सामने आ रहे जंगली जानवरों के हमलों की घटनाओं को रोका जा सके।राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों के हमले आम बात हो गई है आए दिन जंगली जानवरों द्वारा किसी बच्चे को उठाए जाने या फिर खेतों में गए लोगों पर हमला करने के मामले सामने आ रहे हैं।
इसी क्रम में हाल ही में पौड़ी और सहसपुर में आदमखोर बाघ और गुलदार द्वारा किए गए हमले में बच्चे और अन्य व्यक्ति के मृत्यु पर मुख्यमंत्री पुष्कर ने दुख व्यक्त किया है साथ ही इस बात पर जोर दिया है कि राज्य में ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए वन विभाग की ओर से प्रभावी व्यवस्था बनाई जाय पौड़ी और सहसपुर का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक से फोन पर बातचीत करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।
ताकि ऐसी घटनाएओ की पुनरावृत्ति ना हो पाए साथ ही मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर वन राजस्व व पुलिस विभाग को समन्वय बनाकर ऐसी घटनाओं पर रोकथाम के निर्देश दिए हैं सीएम ने कहा कि जंगली जानवरों की ओर से इंसानों पर हो रहे हमले और लोगों की जानमाल की रक्षा करना वन विभाग का दायित्व है। लिहाजा विभागीय स्तर से कार्रवाई कर लोगों में व्याप्त भय को दूर करने के साथ ही तत्परता से प्रयास किए जाए।