उत्तरकाशी, सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों का टुटा सब्र, कंपनी से पुछा 40 श्रमिकों के साथ क्यों नहीं था एक भी इंजीनियरिंग, क्या कम्पनी जानबूझकर खेल रही थी श्रमिकों की जान से।
उत्तरकाशी, सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों का टुटा सब्र, कंपनी से पुछा 40 श्रमिकों के साथ क्यों नहीं था एक भी इंजीनियरिंग, क्या कम्पनी जानबूझकर खेल रही थी श्रमिकों की जान से।
उत्तरकाशी/ सिलक्यारा सुरंग में 40 श्रमिकों की जान सुरंग के अंदर कैद है। इन श्रमिकों के स्वजन का सब्र का बांध भी अब देरी के साथ टूट रहा है। बुधवार को श्रमिकों ने नवयुग कंपनी के साथ के कार्यालय से लेकर सुरंग के गेट तक जुलूस निकाला। साथ ही सुरंग के गेट पर जमकर हंगामा किया। कंपनी प्रभावी रूप से रेस्क्यू कार्य नहीं कर रही है। कितना समय लगेगा यह भी नहीं बता रही है।
आक्रोशित स्वजन और श्रमिकों ने नवयुग कंपनी के मैकेनिकल प्रबंधक का घेराव किया। पूछा कि जब 40 श्रमिक अंदर फंसे हैं तो उनके साथ एक भी इंजीनियर क्यों नहीं है। कंपनी ने जानबूझकर श्रमिकों का जीवन खतरे में डाला है। पुलिस और एनएचआइडीसीएल के अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। परन्तु अभी भी श्रमिकों का आक्रोश थमा नहीं है।
वहीं दुसरी ओर वायु सेना के हरक्यूलिस विमान से दिल्ली से एक मशीन मंगवाई गई है। दोपहर 12.34 बजे हरक्यूलिस विमान ने चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर लैंडिंग की। जिसके बाद मशीनों को अनलोड करने का कार्य शुरू हो गया है।