उतराखंड में चौतरफा गुलदार की दहशत, अब यहां 10 वर्षीय बालक को गंभीर रूप से किया घायल, बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने बच्चे को किया देहरादून के लिए रेफर।
उतराखंड में चौतरफा गुलदार की दहशत, अब यहां 10 वर्षीय बालक को गंभीर रूप से किया घायल, बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने बच्चे को किया देहरादून के लिए रेफर।
टिहरी/ उत्तराखंड के पर्वतीय के साथ ही मैदानी क्षेत्रों गुलदार के आतंक से लोग त्रस्त है। लोगो पर लगातार गुलदार के हमले कर रहे हैं। इसी से जुड़ा एक और गुलदार के हमले का मामला सामने आया है। घांस लेने गए एक दस वर्षीय बालक पर गुलदार ने हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। गंभीर अवस्था में परिजन बच्चे को तुरंत सीएचसी हिंडोला खाल ले गए जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।
घटना बुधवार देर शाम की बताई जा रही है। देवप्रयाग के गोसिल गांव में दस वर्षीय बालक जसप्रीत पुत्र सुशीला दास अपनी बहन के साथ पालतू मवेशियों के लिए घांस लेने गया था। बालक के पिता ने बताया कि घात लगाए ਕੈਠੇ गुलदार ने अचानक जसप्रीत पर हमला कर दिया और उसे उठाकर नजदीक के पेड़ पर ले गया । इतने में उसकी बहन ने शोर मचा दिया शोर की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और शोर मचाते हुए गुलदार की तरफ दौड़े। इससे पहले गुलदार जसप्रीत को अपना निवाला बनाता शोर सुनकर कर वह बालक को पेड़ से फेंक कर जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ। गुलदार के इस हमले से बालक बुरी तरह घायल हो गया। बालक के सिर और चेहरे को गुलदार अपने जबड़े और नाखूनों से नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
गंभीर हालत में परिजन बच्चे को तुरंत सीएचसी हिंडोला खाल ले गए। जहां से श्रीनगर रेफर कर दिया गया। बालक की नाज़ुक स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे वहां से भी हायर सेंटर देहरादून के लिए रेफर कर दिया। वन क्षेत्राधिकारी दीक्षा भट्ट ने बताया कि वह भी घायल बच्चे के उपचार कराने के लिए देहरादून पहुंची हैं। चिकित्सकों ने बच्चे के सिर के ऑपरेशन की बात कही है। उन्होंने कहा कि वन विभाग बच्चे के इलाज का खर्चा उठाएगा। उधर गोसिल गांव में वन कर्मियों की टीम की तैनाती कर दी गई है और हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया जा रहा है।