राज्य गठन के लगभग 25 वर्ष पूरे होने के बावजूद उत्तराखंड को अभी तक स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार की कमी के कारण जबरदस्त पलायन हो रहा है और पर्वतीय क्षेत्र वीरान हो रहे हैं।
रतूड़ी ने बताया कि वे 12 अक्टूबर 2025 से देहरादून के परेड ग्राउंड में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित नहीं करेगी।
स्थानीय लोगों और सरकारी अधिकारियों ने कहा कि इस धरने से राज्य प्रशासन पर स्थाई राजधानी को लेकर दबाव बढ़ सकता है और यह आंदोलन आगामी दिनों मे शासन प्रशासन के लिए चुनौती बना रहेगा।