उत्तराखंड में अब इन दो अधिकारियों को विजिलेंस की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते दबोचा रंगे हाथों।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि हरिद्वार

 हरिद्वार/ उत्तराखंड विजिलेंस की राज्य के रिश्वतखोर अधिकारियों व कर्मचारियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई लगातार जारी है। विजिलेंस कई रिश्वतखोर अधिकारियों को ट्रैप कर जेल पहुंचा चुकी है। गुरुवार 2 फरवरी को भी विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए लक्सर तहसील के संग्रह अमीन रविपाल व अनुसेवक पदम प्रकाश को शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

यह भी पढ़ें 👉 उतराखंड में यहां ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले 4 पुलिस कर्मी किए गए सस्पेंड।

एसपी विजिलेंस मुख्यालय धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया है कि शिकायतकर्ता के द्वारा विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 में शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि उसने अपने नाम के टेंपो ट्रैवलर व पत्नी के नाम की मिनी बस को लगभग तीन-चार साल पहले बेच दिया था। बेचने संबंधित कागज गलती से आग में जल गए। जिस कारण उसे वाहन किसे बेचे इसकी जानकारी नहीं है। शिकायत में बताया गया दोनों वाहनों की वसूली के संबंध में जारी आरसी को परिवहन विभाग को वापस करने व जेल भेजने से बचाने के बदले लक्सर तहसील के संग्रह अमीन रवि पाल के द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी।

यह भी पढ़ें 👉 उतराखंड में हिमपात से जनजीवन अस्त-व्यस्त, अभी भी बर्फबारी जारी, इतने राजमार्ग हुए बाधित।

एसपी गुंज्याल ने बताया शिकायतकर्ता की शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद गुरुवार 2 फरवरी को ट्रैप टीम के द्वारा संग्रह अमीन रविपाल व अनु सेवक पदमप्रकाश को शिकायतकर्ता से 10,000 की रिश्वत लेते हुए बालवाला तिराहा लक्सर से गिरफ्तार कर लिया है।
इन दोनों से पूछताछ जारी है और दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मामला दर्ज कर लिया है। निदेशक सतर्कता डॉ. बी मुरुगेशन द्वारा ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार की घोषणा की है। वहीं एसएसपी विजिलेंस ने लोगों से अपील करते हुए कहा अगर कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी आपसे रिश्वत की मांग कर रहा है तो उसकी शिकायत तुरंत टोल फ्री नंबर 1064 पर करें। जिस पर विजिलेंस के द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *