नैनीताल/ भीमताल क्षेत्र में बाघ द्वारा दो दिन के अंदर दो महिलाओं को शिकार बनाए जाने के बाद जबरदस्त भड़के जनाक्रोश को देखते हुए नैनीताल वन प्रभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए ट्रेंक्यूलाइज करने की इजाजत ले ली है। वन विभाग ने बाघ को ट्रेंक्यूलाइज किए जाने के दौरान कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लिहाज से जिलाधिकारी से पर्याप्त संख्या में पुलिस बल व आपदा राहत फोर्स मुहैया कराने के लिए गुहार लगाई है। जिस पर जिलाधिकारी कार्यालय से जिले के एसएसपी को पुलिस बल उपलब्ध कराने को कहा गया है।
नैनीताल वन प्रभाग के बढ़ौन रेंज में मानव- वन्य जीव संघर्ष की घटना में बृहस्पतिवार 7 दिसम्बर को बाघ द्वारा इन्द्रा देवी पत्नी मोहन सिंह बेलवाल ग्राम मलुवाताल, तोक कासल को अपना निवाला बना लिया गया था। जिसके बाद वन प्रभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए इलाके में पिंजरा लगाकर सुरक्षा गश्त भी बढ़ाई थी। परन्तु इसके बाद शनिवार 9 दिसम्बर की शाम साढ़े चार बजे बाघ ने पिंनरो, पट्टी पिनरो निवासी एक महिला पुष्पा देवी पत्नी भोला दत्त उम्र 38 वर्ष को उनके घर के पास खेत पर काम करते वक्त हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
इस क्षेत्र में वन विभाग के गश्ती स्टॉफ को बाघ के मल के नमूने मिले थे। जिसके बाद विभाग ने बाघ को ट्रेंक्यूलाइज कर पकड़ने के लिए उच्च स्तर से अनुमति लेकर बाघ को ट्रेंक्यूलाइज करने की कार्यवाही शुरू की है।
विभाग ने बाघ को ट्रेंक्यूलाइज करने के लिए सुरक्षा के लिहाज से विभाग को एसडीआरएफ और पुलिस विभाग के 40 से 50 कार्मिकों की मदद मांगी है।
इसके साथ ही विभाग ने बाघ के पकड़े जाने तक सुरक्षा के लिहाज से क्षेत्र के स्कूलों, प्राथमिक विद्यालयों को भी बन्द किये जाने का अनुरोध किया गया है। जिसको लेकर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों से वन विभाग का सहयोग करने को कहा है