उत्तर प्रदेश/ बलरामपुर में पर्यावरण के रक्षक ही भक्षक बने हुए थे वन विभाग के गरिमामयी पद पर तैनात रहते हुए बेशकीमती लकड़ियों को बेचकर मालामाल हो रहे थे। पुलिस की जांच में पूरा मामला खुलकर सामने आ गया है मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वन क्षेत्राधिकारी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग के लकड़ी को काटकर अवैध रूप से बेचने के मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच में वन क्षेत्राधिकारी सहित तीन लोगों की संलिप्तता पाते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वनरक्षक की तहरीर पर हुई कार्रवाई।
दरअसल 28 जनवरी को तुलसीपुर यूनिट के वनरक्षक विद्यासागर ने थाना तुलसीपुर में सूचना देते हुए कहा कि 28 जनवरी के तड़के 4:00 बजे एसएसबी टीम से जानकारी मिली कि सिरिया नाले के समीप एक पिकअप और एक स्कॉर्पियो पकड़ी गई है स्कॉर्पियो गाड़ी का चालक मौके से फरार हो गया हैं। स्कॉर्पियो गाड़ी के अंदर बेस कीमती लकड़ी खैर का सात बोटा लदा हुआ है।
मामले में संलिप्त शंकर लाल सहित चार आरोपियों को पकड़ा गया है। शिकायत के आधार पर तुलसीपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।
सर्विलांस ने खोली पोल।
मामले की विवेचना में पुलिस टीम ने सर्विलांस टीम की मदद ली जिससे मामले में संलिप्त लोगों की पहचान हो गई।
वन क्षेत्राधिकारी सहित तीन गिरफ्तार
बेशकीमती लकड़ी की तस्करी करने के आरोप में पुलिस टीम ने प्रयागराज जिले के थाना करनैलगंज अंतर्गत माधवकुंज पुराना कटरा के रहने वाले वन क्षेत्राधिकारी बरहवां रेन्ज राकेश पाठक बलरामपुर जिले के तुलसीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी बाजार रामलीला कमेटी के रहने वाले अनूप शुक्ला पुत्र त्रिलोकी नाथ और आजाद पुत्र मंगतराम चौहान को बरहवा रेन्ज कार्यालय से गिरफ्तार किया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों पर वन विभाग के बेस कीमती वृक्षों का कटान कर उसे बेचने का आरोप था जिसे आरोपियों ने स्वीकार कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि उनका एक गिरोह है जो वन विभाग के खैर के पेडों का अवैध रूप से कटाई करके मार्केट में काफी महंगे दामों में बेचता है।
आरोपियों ने बताया कि बीते 20 वर्षों से इसी अवैध कार्य के बदौलत धन अर्जित करने का काम कर रहे हैं। जिसके बल पर अच्छी शान ओ शौकत है।
क्या बोले पुलिस कप्तान
मामले में पुलिस अधीक्षक
विकास कुमार ने बताया कि तुलसीपुर पुलिस में भारतीय वन अधिनियम, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, चोरी सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमें के जांच के उपरांत कार्रवाई करते हुए वन क्षेत्राधिकारी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।