न्यूज़ 13 ब्यूरो/ दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल हो गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 15 अप्रैल तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले उन्हें कोर्ट से बड़ा झटका लगा था। राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी की रिमांड एक अप्रैल तक बढ़ाई थी। आज रिमांड खत्म होने पर ईडी ने उन्हें विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत में में पेश किया और वहां से उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया गया।
ईडी ने कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और गोलमोल जवाब दे रहे हैं। केजरीवाल 15 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में बंद रहेंगे।दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में ईडी ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी हिरासत में भेजा था। ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली आबकारी घोटाला मामले के मुख्य साजिशकर्ता हैं। आज ईडी ने कहा कि केजरीवाल सवालों के जवाब नहीं दे रहे हैं। वह सहयोग नहीं कर रहे हैं।
इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट से भी अरविंद केजरीवाल को झटका लग चुका है। उन्होंने ईडी की हिरासत और गिरफ्तारी को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई और उन्हें कोई राहत नहीं मिली। वहीं हाई कोर्ट ने ईडी से 2 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। केजरीवाल का कहना है कि वे वर्तमान सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने लगाए हैं ये आरोप
ईडी के अनुसार अरविंद केजरीवाल शराब नीति घोटाला के मुख्य साजिशकर्ता हैं।
ईडी को केजरीवाल के घर पर छापेमारी में कई अहम दस्तावेज मिले हैं। इनसे पता चला है कि केजरीवाल दो ईडी अधिकारियों की जासूसी कर रहे थे। ईडी के मुताबिक विजय नायर दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत को दिए गए घर में रह रहे थे। उन्होंने साउथ ग्रुप और आम आदमी पार्टी के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभाई। अरविंद केजरीवाल ने साउथ ग्रुप से रिश्वत की मांग की।
केजरीवाल ने कविता से मुलाकात की थी। ईडी के मुताबिक आबकारी नीति को आम आदमी पार्टी के गोवा चुनाव में फंडिंग के लिए बदला गया। रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल हवाला के जरिये गोवा चुनाव में किया गया।