पौड़ी/ बीते एक हफ्ते में उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में जंगल धधक रहे हैं वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने में वन विभाग के भी पसीने छूट रहे हैं ताजा मामला पौड़ी जनपद के श्रीनगर इलाके का है यहां मंगलवार 9 अप्रैल शाम को अचानक जंगलों में आग लग गई थी वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर बामुश्किल काबू पाया।
उत्तराखंड में जैसे-जैसे गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू किए हैं वैसे ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं जंगलों में आग के तांडव को देखकर वन विभाग के भी होश उड़े हुए हैं श्रीनगर में 9 अप्रैल को डांग ऐठाना में जंगल अचानक धधकने लगे देखते ही देखते ये आग इतनी भीषण हो गई कि उसने जंगल के करीब एक किलोमीटर के एरिया को अपनी चपेट में ले लिया।
स्थानीय लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी वन विभाग को दी वन विभाग की टीम ने मौके पर आग को काबू करने का प्रयास किया परन्तु आग जंगल के बड़े इलाके में फैल चुकी थी जिस पर काबू पाना आसान नहीं था इस कारण वन विभाग को फायर ब्रिगेड की मदद लेनी पड़ी. फायर ब्रिगेड की मदद से वन विभाग ने डांग ऐठाना के जंगलों में लगी आग पर काबू पाया।
श्रीनगर सिविल रेंज के वन क्षेत्राधिकारी आरके कुकरेती ने बताया कि आग पर देर रात काबू पाया जा चुका है विभाग जंगल में लगी आग से हुए नुकसान का आकलन कर रहा है जंगल में इतनी भयावह आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है यदि ये आग किसी व्यक्ति ने लगाई है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी
बता दें कि उत्तराखंड में हर वर्ष 15 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन माना जाता है इस बीच जंगलों में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं।
फायर सीजन में आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग हर साल बड़ी तैयारियां भी करता है परन्तु धरातल पर उसका कोई असर दिखाई नहीं देता है। जंगल धधक रहे हैं वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने में वन विभाग के भी पसीने छूट रहे हैं
ताजा मामला पौड़ी जिले के श्रीनगर क्षेत्र का है जहां मंगलवार 9 अप्रैल शाम को अचानक जंगलों में आग लग गई थी वन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।