देवभूमि आने वाला हर श्रद्धालु कर पाएंगा चार धाम के दर्शन, नहीं होगा रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, मुख्यमंत्री ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि देहरादून

देहरादून/ अगले महीने से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए। देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा में दर्शन करवाये जायेंगे। जिन श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए होटलों व होमस्टे में बुकिंग करा ली है उनके लिए भी दर्शन की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के दौरान ये निर्देश अधिकारियों को दिये।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि व्यवस्थित सुगम व सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाए।

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देवभूमि आने वाले श्रद्धालु चारधाम यात्रा साथ ही राज्य के अन्य प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर भी पहुंचे इसके लिए राज्य के प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों के बारे में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। इसके लिए पर्यटन व पुलिस के साथ ही परिवहन विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपने यात्रा व्यय का 05 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कुछ उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रमोट किया जाए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएमवीएन में भी स्थानीय उत्पादों को रखा जाए साथ ही राज्य के स्थानीय उत्पादों की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि चारधाम यात्रा मार्गों पर क्रैश बैरियर की समुचित व्यवस्था की जाए। साथ ही यात्रा मार्ग के पार्किंग स्थलों पर टूरिस्ट गाडियां लेकर आने वाले ड्राइवरों की रहने व सोने की समुचित व्यवस्था हो ।मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा के लिए पुलिस द्वारा भीड़ प्रबंधन के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं से जो भी आवश्यक जानकारी लेनी है केवल एक बार राज्य के एन्ट्री प्वाइंट पर ही ली जाए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि देवभूमि आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। चारधाम यात्रा के लिए जिन-जिन विभागों से कार्मिकों की ड्यूटी लगती है उन विभागों से जो कार्मिक स्वेच्छा से चारधाम ड्यूटी पर जाना चाहते हैं उन्हें पहले प्राथमिकता दी जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा पर जो भी स्वास्थ्य शिविर लगाये जा रहे हैं उन्हें व्यवस्थित तरीके से लगाया जाए। चारधाम यात्रा के लिए यात्रा मित्र के तौर पर कुछ स्थानीय लोगों को रखा जाए। यात्रा मार्गों पर पार्किंग स्थलों में वाहन चालकों के रहने व सोने की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा पर आने वाले वाहनों की फिटनेस का विशेष ध्यान रखा जाए इसके लिए अन्य राज्यों से भी समन्वय किया जाए।

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बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, एच.सी. सेमवाल, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव सी. रविशंकर, एमडी जीएमवीएन विनोद गिरी गोस्वामी, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मयूर दिक्षित, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना व जिलाधिकारी उत्तरकाशी अभिषेक रूहेला उपस्थित थे।

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