अंधेरे में डूबे लोगों को रोशनी देने वाला मानव नहीं, होता है महामानव : डीएम।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि चम्पावत, पुष्कर सिंह बोहरा:-

चंपावत/ तीलू रौतेली पुरस्कार प्राप्त रीता गहतोड़ी अब उन लोगों की दुनिया रोशन करने का बीड़ा उठा रही है जिन्होंने अपनी दृष्टि खोकर उनका जीवन अंधकार में पड़ा हुआ है।

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रीता 15 अगस्त को स्वयं अपने दोनों आंखों का दान कर अपने अभियान का शुभारंभ करेंगी। जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने रीता के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जो लोग अंधेरे में डूबे लोगों को रोशनी देने का प्रयास कर रहे हैं वह मानव नहीं, महामानव है।

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उन्होंने कहा वह व्यक्ति महान है जो दूसरों की खुशियों में अपनी खुशियां तलाशते हैं। ऐसे लोग ही सही मायनों में समाजसेवी होते हैं। उन्होंने रीता के इस अभियान की सफलता की कामना की। मालूम हो कि रीता गहतोड़ी लंबे समय से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करती आ रही हैं।

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