गोपेश्वर/ पंच केदारों में चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ जी के कपाट आज सुबह 4 बजे ब्रह्म मुहुर्त में आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। 16 मई को गोपीनाथ मन्दिर में पूजा अर्चना के बाद भगवान रुद्रनाथ जी की चल-विग्रह उत्सव डोली को श्रद्धालुओं ने जयकारे के साथ रुद्रनाथ धाम के लिए विदा किया था।
उस दिन डोली रात्रि विश्राम को पुन्गु बुग्याल पहुंची और अगले दिन 17 मई को पनार बुग्याल होते हुए सांय को रुद्रनाथ धाम पहुंची आज 18 मई को ब्रह्म मुहूर्त में भगवान रुद्रनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं।
चतुर्थ केदार के रूप में पंचकेदारों में विशिष्ट स्थान रखने वाले रुद्रनाथ मन्दिर में भगवान शिव के एकनान’ स्वरुप यानी मुख की पूजा होती है। कपाट खुलने के साथ ही अगले छह माह तक रुद्रनाथ में भगवान की नियमित पूजा-अर्चना की जायेगी। रुद्रनाथ मंदिर ग्रीष्म काल में 6 महिने मई से लेकर अक्टूबर तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है वहीं शीतकाल में 6 माह रुद्रनाथ भगवान की पूजा अर्चना गोपीनाथ मंदिर (गोपेश्वर) में की जाती है।
चमोली पुलिस व प्रसाशन ने भी रुद्रनाथ की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत की तैयारी कर ली है साथ ही सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चमोली पुलिस ने सभी श्रद्धालुओं से रुद्रनाथ यात्रा पर आने का अनुरोध किया है। वहीं यात्रियों से अपील भी की है कि वो अपनी यात्रा के दौरान पर्यावरण का भी ख्याल रखें और साफ सफाई का विशेष ध्यान दें जिससे पर्यावरण भी स्वच्छ बना रहे।