पिथौरागढ़/ कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में एक पति ने अपनी पत्नी के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर उसे ग्राम प्रधान बना डाला। कैसे पति ने तहसीलदार से लेकर निर्वाचन आयोग के साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय को धोखा देते हुए अपनी पत्नी को ग्राम प्रधान बना दिया। खुलासा होने के बाद पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में प्रधान के पति को गिरफ्तार कर लिया है और प्रधान समेत तीन लोगों को नोटिस भेजा है।
प्राप्त जानकारी मुताबिक वर्ष 2019 से हेमा देवी प्रधान गलाती धारचूला ने चुनाव प्रणाली के साथ धोखा धडी करते हुए फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जीत गई। उनकी इस कारस्तानी पर धारचूला निवासी हरी प्रसाद ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को तहरीर दी गई प्रसाद ने आरोप लगाया कि हेमा देवी ने कक्षा 5 व कक्षा 8 के जाली प्रमाण पत्र बनवाकर निर्वाचन कार्यालय धारचूला जिलाधिकारी कार्यालय पिथौरागढ़ को झूठी जानकारी दी।
प्रसाद के तहरीर पर कार्रवाई करते हुए जिलाधाकारी कार्यालय ने तहरीर पिथौरागढ़ पुलिस को सौंप दी। जिस पर पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ के दिशा निर्देशन में कोतवाली धारचुला में उक्त प्रकरण से सम्बन्धित तीन लोगों हेमा देवी निवासी गलाती धारचूला, पुष्कर वर्मा निवासी बगीचा धारचुला के साथ ही गायत्री विद्यामन्दिर धारचूला के तत्कालीन प्रधानाचार्य के विरूद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत किया गया।
विवेचना के दौरान मुख्य आरोपी के रूप में प्रधान
हेमा के पति हरि राम पुत्र स्व. बच्ची राम निवासी रूपखेत, गलाती का होना प्रकाश में आया। पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक पिथौरागढ़ परवेज अली के पर्यवेक्षण में इस अभियोग की विवेचना कर रही कोतवाली धारचुला पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी हरी राम को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।