पिथौरागढ़, सरकारों के दावे और हकीकत, महिला को डोली से अस्पताल ले जा रहे थे ग्रामीण, आधे रास्ते में महिला ने जुड़वां बच्चों को दिया जन्म एक बच्चे की हुई मौत।
पिथौरागढ़, सरकारों के दावे और हकीकत, महिला को डोली से अस्पताल ले जा रहे थे ग्रामीण, आधे रास्ते में महिला ने जुड़वां बच्चों को दिया जन्म एक बच्चे की हुई मौत।
पिथौरागढ़/ सरकार पहाड़ पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के दुरूस्त होने के लाख दावे करती है। परन्तु अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं जिनसे स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और सरकार दोनों की पोल खोल खुल कर रह जाती हैं। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में रुईसपाटा गांव की निवासी गर्भवती का नदी किनारे ही प्रसव हो गया। महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया जिसमें से एक की मौत हो गई।
पिथौरागढ़ में सिरमोला तोक निवासी कवींद्र सिंह की पत्नी हेमा देवी को अस्पताल ले जाया जा रहा था। परन्तु रास्ते में ही उसे प्रसव पीड़ा हुई और रास्ते में ही प्रसव कराना पड़ा। महिला ने रास्ते में ही नदी किनारे बच्चों को जन्म दिया। लेकिन जुड़वा बच्चों में से एक बच्चा मृत पैदा हुआ। महिला का सुरक्षित प्रसव आशा कार्यकर्ता पुष्पा देवी और क्वीटी अस्पताल की स्वास्थ्य कार्यकर्ता निर्मला ने करवाया।
गांव में सड़क ना होने के कारण पैदल चलना पड़ता है प्राप्त जानकारी के अनुसार सिरमोला तोक में सड़क नहीं है। सालों से ग्रामीण सड़क की मांग कर रहे हैं परन्तु आज तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। लगभग 15 साल बाद भी उनके गांव तक सड़क नहीं पहुंच पाई है। जिस कारण उन्हें तीन किमी पैदल चलना पड़ता है।
तो वहीं दूसरी ओर दूसरे बच्चे की मौत होने से गम का माहौल भी है। गांव वालों का कहना है कि अगर महिला को समय रहते अस्पताल ले जाया जाता तो शायद दूसरे बच्चे की भी जान बच जाती।