देहरादून/ अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर एक बार फिर से विपक्ष हमलावर हो गया है। कोट्द्वार कोर्ट में जेसीबी ड्राइवर की गवाही के बाद कांग्रेस ने अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट समेत एसडीएम पर सबूत मिटाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के भी इस्तीफे की मांग की। करन माहरा ने कहा विधायक रेनू बिष्ट के कहने पर वनंत्रा रिसॉर्ट में जेसीबी चलाकर साक्ष्य मिटाने का काम किया गया। यह बात कोर्ट में अंकिता भंडारी हत्याकांड के गवाह जेसीबी चालक दीपक ने कही। बता दें कोर्ट में जेसीबी चालक दीपक ने कहा उसने तत्कालीन उप जिलाधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के विधायक के कहने पर रिसॉर्ट पर जेसीबी चलाई थी। करन माहरा ने आरोप लगाए अपराध करने से बड़ा अपराध सबूत के साथ छेड़छाड़ करना होता है।
ऐसे में अब देखना होगा कि तत्कालीन उप जिलाधिकारी और यमकेश्वर की विधायक रेनू बिष्ट पर कार्रवाई की जाती है या नहीं। उन्होंने विधायक और उप जिलाधिकारी वर्तमान डीजीपी के खिलाफ 201 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा आरोपियों को बचाने के लिए बुलडोजर चलाने के बाद अंकिता के बिस्तर को स्विमिंग पूल में फेंक दिया जाता है। रिसॉर्ट में आग लगाई जाती है। 15 दिन बाद रिसॉर्ट में फिर आग लगी जबकि रिसॉर्ट को सील कर दिया जाना चाहिए था।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म की घटनाओं पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा आज महिलाओं पर बढ़ते अपराधों को लेकर राज्य की स्थिति पहले स्थान पर पहुंच गई है। माहरा ने एनसीआरबी रिपोर्ट 2023 का हवाला देते हुए कहा राज्य में 905 महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अपहरण की घटनाएं हुई। प्रत्येक तीन महिलाओं का बलात्कार हो रहा है। ऐसे में रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड महिलाओं पर बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर टॉप हिमालयी स्टेट में पहुंच गया है। माहरा ने कहा कि भाजपा विधायक का इससे क्या लेना देना था। उन्होंने क्यों पीड़िता के कमरे पर बुलडोजर चलवाया। उन्होंने सवाल किया कि अपराध को अंजाम देने वाला जितना किसी अपराध के लिए दोषी या जिम्मेदार होता है उतना ही जिम्मेदार अपराध करने वाले की मदद करने वाला और सबूत मिटाने वाला भी होता है। भाजपा को चाहिए कि वह रेनू बिष्ट की विधानसभा सदस्यता को समाप्त करें और उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराये। जिससे अंकिता को न्याय मिल पाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं द्वारा बेटियों को बचाने और महिलाओं के सम्मान करने की बात कही जाती है।
परन्तु उनके द्वारा बेटियों को बचाने और उनकी सुरक्षा को लेकर क्या किया जाता है यह घटना उनके दोहरे चरित्र को प्रमाणित करती है।उधर भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस हर एक मुद्दे पर राजनीति करती है जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है और कानूनी प्रक्रिया के तहत सब कुछ हो रहा है तो उसमें बीजेपी या सरकार क्या करेगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है और जो दोषी होगा उसको अदालत सजा देगी।