देहरादून/ मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 घंटे का तात्कालिक मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए शनिवार को राज्य के देहरादून हरिद्वार पौड़ी , टिहरी,उधम सिंह नगर तथा नैनीताल एवं अल्मोड़ा जनपदों में कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी करते हुए कहीं-कहीं गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी व्यक्त की है मौसम विभाग ने सुबह 9:00 बजे तक जारी तात्कालिक मौसम पूर्वानुमान में बिजली चमकने के दौरान सतर्कता बरतने की संभावना से इनकार नहीं किया है इस दौरान मौसम विभाग ने सबसे अधिक 31 मिली मीटर बरसात पुरोला में दर्ज की है जबकि जानकी चट्टी में 20.5 मुखीम में 13 नैैनबाग में 11 प्रताप नगर में 10 पौड़ी में 8.5 चंबा में 8.5 न्यू टिहरी में 8.5 रानी चावड़ी में 8 जकोली में साथ चंद्र बदनी में 5. 5 अगस्त मुनि में 5.5 भरसर में 5.5 कालसी में 5. विकास नगर में 5 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड की गई है जबकि पिछले 3 घंटे में सबसे अधिक बरसात मुखीम में 10 नैैनबाग में 9.5 जान की चट्टी में 6.5 प्रताप नगर में पांच जकोली में पांच कालसी में 4.5 विकास नगर में 4.5 पौड़ी में 4.5 चंद्र बदनी में चार अगस्त मुनि में चार तथा भडसार में चार मिलीमीटर बरसात मौसम विभाग ने रिकॉर्ड की है,। मौसम विभाग ने राज्य के लिए चेतावनी जारी करते हुए
15 मार्च को उत्तराखंड के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
16 मार्च को लेकर आज मौसम विज्ञान केंद्र ने पीली चेतावनी जारी की है मौसम विभाग के अनुसार
उत्तराखंड के चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में 3500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी की संभावना है। उत्तराखंड के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आंधी चलने की संभावना है।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
मौसम विभाग ने दो दिनों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि 16 मार्च, 2025 उत्तराखंड के चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में मध्यम से भारी बर्फबारी और भारी बारिश की संभावना है। 3200 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर मध्यम से भारी बर्फबारी के कारण सड़कें बंद होने की संभावना है। बर्फबारी वाले क्षेत्रों में बिजली/पाइप लाइनें प्रभावित होने की संभावना है। उत्तराखंड के इन जिलों के पहाड़ी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर चट्टानें गिरने/भूस्खलन होने से संपर्क सड़कें/राजमार्ग अवरुद्ध हो सकते हैं। बर्फ/बर्फ जमने के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं। • राज्य सरकार के अधिकारियों को सलाह दी जाती है कि वे 3200 मीटर और उससे अधिक ऊँचाई वाले स्थानों पर बर्फ हटाने वाली मशीनरी की तैनाती के लिए समय पर कार्रवाई करें। • लोगों को सलाह दी जाती है कि वे पहाड़ों में बिजली की विफलता और ठंड की स्थिति को बनाए रखने के लिए बिजली बैकअप के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करें। • लोगों को सलाह दी जाती है कि वे भोजन और दवा / प्राथमिक चिकित्सा किट का पर्याप्त स्टॉक रखें। • पहाड़ों में यात्रा करने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे फिसलन वाले क्षेत्रों में सावधानी से आगे बढ़ें और बर्फ से ढके क्षेत्रों में सड़क साफ होने का इंतज़ार करें। • लोगों को सलाह दी जाती है कि वे भारी कपड़े की एक परत के बजाय ढीले-ढाले, हल्के वजन वाले गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। • लोगों को सलाह दी जाती है कि वे पालतू जानवरों के लिए चारा स्टॉक करें और उन्हें अपने घर में रखें।