रुद्रप्रयाग/ क्रौंच पर्वत के शीर्ष पर विराजमान देवो के सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी तीर्थ के चहुंमुखी विकास के लिए राज्य सरकार, पर्यटन विभाग लगातार प्रयासरत है। कार्तिक स्वामी तीर्थ को रोपवे से जोड़ने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा डीपीआर तैयार कर दी गयी है। आने वाले वक्त में राज्य सरकार पर्यटन विभाग व मन्दिर समिति के सहयोग से कार्तिक स्वामी तीर्थ का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जायेगा। केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहीं। उन्होंने कहा कि कार्तिक स्वामी तीर्थ के चारों ओर फैले भूभाग में तीर्थाटन, पर्यटन की अपार सम्भावनाये है इसलिए राज्य सरकार और पर्यटन विभाग क्रौंच पर्वत के चारों ओर फैले भूभाग को तीर्थाटन, पर्यटन के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना शीध्र तैयार करने जा रही है। केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज कार्तिक स्वामी तीर्थ को केदारनाथ धाम की तर्ज पर विकसित करने के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि कार्तिक स्वामी तीर्थ को रोपवे के जोड़ने के लिए पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के निर्देशन पर डीपीआर तैयार की गयी है तथा रोपवे निर्माण के लिए शीघ्र निविदाएं आमन्त्रित की जायेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के सहयोग से पूर्व में लगभग 12 करोड़ की लागत से कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट को विकसित कर तुंगनाथ मन्दिर फलासी व दुर्गा देवी मन्दिर दुर्गाधार को कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ा गया है तथा आने वाले समय में प्रदेश सरकार, पर्यटन विभाग के सहयोग से कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट को और विकसित कर, तल्ला नागपुर, क्यूजा घाटी, तल्ला कालीफाट, दश्ज्यूला व पोखरी क्षेत्र के अन्य तीर्थ स्थलों व क्रौंच पर्वत के चारों ओर फै भूभाग के अन्तर्गत अन्य पर्यटक स्थलों को कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे है। केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि यदि कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट को प्रदेश सरकार, पर्यटन विभाग की पहल पर विकसित किया जाता है तो क्रौंच पर्वत के चारों ओर फैले भूभाग का सर्वागीण विकास होने के साथ स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होगें।
उन्होंने कहा कि कार्तिक स्वामी तीर्थ को रोपवे के जोड़ने के लिए पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के निर्देशन पर डीपीआर तैयार की गयी है तथा रोपवे निर्माण के लिए शीघ्र निविदाएं आमन्त्रित की जायेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के सहयोग से पूर्व में लगभग 12 करोड़ की लागत से कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट को विकसित कर तुंगनाथ मन्दिर फलासी व दुर्गा देवी मन्दिर दुर्गाधार को कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ा गया है।
तथा आने वाले समय में प्रदेश सरकार, पर्यटन विभाग के सहयोग से कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट को और विकसित कर, तल्ला नागपुर, क्यूजा घाटी, तल्ला कालीफाट, दश्ज्यूला व पोखरी क्षेत्र के अन्य तीर्थ स्थलों व क्रौंच पर्वत के चारों ओर फै भूभाग के अन्तर्गत अन्य पर्यटक स्थलों को कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे है। केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि यदि कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट को प्रदेश सरकार, पर्यटन विभाग की पहल पर विकसित किया जाता है तो क्रौंच पर्वत के चारों ओर फैले भूभाग का सर्वागीण विकास होने के साथ स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होगें।