चम्पावत >> हरुहित कुँवर को मिली यूरोपियन फॉरेस्ट्री में डींस एक्सेलेंसी अवार्ड के साथ ऑनर्स डिग्री।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि चम्पावत, पुष्कर सिंह बोहरा:-

चम्पावत/ देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के संस्थापक अध्यक्ष हुकम सिंह कुंवर के पुत्र हरुहित कुंवर ने यूरोप की नामी मेंडल  यूनिवर्सिटी से यूरोपियन फॉरेस्ट्री में मास्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की।

यह भी पढ़ें 👉 : लोहाघाट के पूर्व भाजपा विधायक फर्त्याल ने वर्तमान कांग्रेसी विधायक अधिकारी पर विधायक निधि में जनता को गुमराह करने का लगाया गंभीर आरोप, सुनिए क्या कहा पूर्व विधायक ने।

हुकम सिंह कुंवर सीमावर्ती गांव कमलेड़ी विकाश खंड लोहाघाट के मूल निवासी है क्षेत्र में भी खुशी का माहौल है हुकम सिंह कुंवर के एक भतीजे ललित कुंवर ज़िला पंचायत उपाध्यक्ष भी है जो अपने जिले के विकास के लिए हर संभव प्रयास करते रहते हैं।

यह भी पढ़ें 👉 : चौखुटिया >> शंख, थाली बजाकर राज्य आंदोलनकारियों ने तहसील में किया प्रदर्शन, दिया धरना, देखिए वीडियो।

इसके साथ साथ हरुहित को फैकल्टी ऑफ़ फॉरेस्ट्री एंड वुड टेक्नोलॉजी में डीन अवार्ड ऑफ़ एक्सेलेंसी से नवाजा गया। हरुहित कुँवर ने इंस्पिरेशन स्कूल से इंटर कर, कोर कॉलेज रूड़की से इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। और इसके बाद मास्टर्स के दौरान, हरुहित ने उत्तराखंड के हिमालयन रीजन के जंगलो में शोध कर थीसिस लिखी। नवंबर 2020 में हरुहित कुँवर को मेंडल यूनिवर्सिटी यूरोप में मास्टर्स डिग्री के लिए प्रवेश मिला। इस दौरान उनको मेरिट के आधार पर स्कालरशिप भी मिलती रही। ब्रनो शहर में जेनेटिक्स की खोज करने वाले ग्रेगोर योहान मेंडल के नाम पर मेंडल यूनिवर्सिटी इन ब्रनो की स्थापना 1919 में हुयी थी। यह विश्व में प्रतिष्ठित विश्वविध्यालय है, जो कि वन व कृषि क्षेत्र में शोध व अनुशंधान के लिए जाना जाता है।

यह भी पढ़ें 👉 : अलर्ट, उतराखंड सहित 24 राज्यों के लिए भारी बारिश का मौसम विभाग केन्द्र दिल्ली ने जारी किया अलर्ट।

होने के लिए तो यहाँ काफी विषयों में शिक्षा होती है, परन्तु वन व कृषि के क्षेत्र में यह यूनिवर्सिटी बहुत जानी जाती है। हरुहित के माता-पिता इस अवसर पर स्वयं यूनिवर्सिटी में आमंत्रित किये गए थे। हरूहीत के माता-पिता बेहद प्रसन्न है। उन्होंने बताया कि बचपन से ही जंगलो से लगाव के कारण ही उसको यह मौका मिला है। उनको आशा है कि वह भविष्य में उत्तराखंड की सेवा के लिए आगे आए।

यह भी पढ़ें 👉 : द्वाराहाट, जंगली सुअर व गुलदार के बीच हुए खूनी संघर्ष में गुलदार की मौत।

हरुहित की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व राजयपाल भगत सिंह कोश्यारी, सुमित हृदयेश, दीपक बलुटिया, पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बी ऐस बिष्ट , अनिल खंडेलवाल, जगमोहन चिलवाल, राजकुमार केसरवानी, डॉ बालम सिंह बिष्ट, डॉ अनिल डब्बू , सुरेश तिवारी, दिनेश आर्या, रवि गुप्ता, जीवन कार्की, तारा दत्त पांडेय, सहित कई लोगो ने बधाई दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *